सुस्ती: 40 गांवों में महज 10118 ने ही टीकाकरण करवाया
अम्बेडकरनगर। ग्रामीण इलाकों में कोरोना से बचाव के टीके के प्रति तरह-तरह की भ्रांतियां...
अम्बेडकरनगर। ग्रामीण इलाकों में कोरोना से बचाव के टीके के प्रति तरह-तरह की भ्रांतियां पैदा हो गई हैं। इसके चलते लोगों में टीका लगवाने के प्रति खास रुचि नहीं है। पंचायत प्रतिनिधियों और हेल्थ वर्करों के तमाम प्रयास के बावजूद बेहद कम संख्या में लोग टीकाकरण करवा रहे हैं। ग्राम पंचायतवार आयोजित हो रहे शिविर के आंकड़े इसके प्रमाण हैं। मसलन गुरुवार को 40 गांवों में 13 हजार लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य था। इसके अनुपात में 10118 ने ही टीकाकरण करवाया।
ब्लॉक टांडा में लक्ष्य से अधिक टीका लगा
ब्लॉकों के चार चार गांवों में शिविर लगाकर टीका लगाया गया। इसमें सबसे अधिक ब्लॉक टांडा में टीका लगा। यहां 2000 लक्ष्य के अनुपात में 2209 को टीका लगा। इसी तरह ब्लॉक अकबरपुर 2000 के अनुपात में 1220 को, कटेहरी में 2000 के अनुपात में 884 को, ब्लॉक भीटी में 1000 के अनुपात में 885 को, ब्लॉक जहांगीरगंज में 1000 के अनुपात में 630 को, ब्लॉक जलालपुर में 100 0 के अनुपात में 903 को, ब्लॉक रामनगर में 1000 के अनुपात में 910 को, ब्लॉक भियांव में 1000 के अनुपात में 647 को टीका लगा। टीकाकरण के जिला प्रबंधक विकास श्रीवास्तव ने गुरुवार को ब्लॉक बसखारी के आठ गांवों में टीकाकरण हुआ।
इन गांवों में हुआ अधिक टीका
सर्वाधिक टीका लगवाने वालों पांच ग्राम पंचायतों में रामनगर नरसिंहपुर, कौरा, प्रतापपुर चमुर्खा, अरखापुर और बसोहरी शामिल हैं। क्रमश: यहां 500 के अनुपात में 450 को, 500 के अनुपात में 320 को, 500 के अनुपात में 308 को, 500 के अनुपात में 270 को और 250 के अनुपात में शतप्रतिशत 250 को टीका लगा। बताया गया कि अधिक टीकाकरण का कारण इन गांवों में अधिक शिक्षित का होना है।
इन गांवों में सबसे कम टीका लगा
सबसे कम टीका लगवाने वाले गांवों में चैनपुर, देवरिया बुजुर्ग, दिलावलपुर, सिसारा और बहरामपुर शामिल है। क्रमश: यहां 250 अनुपात में 110 को, 250 के अनुपात में 115 को, 250 के अनुपात में 130 को, 250 के अनुपात में 135 को और 250 के अनुपात में 150 को टीका लगा। कम टीके का कारण बुलावा टोली की और पंचायत प्रतिनिधियों की उदासीनता भी रही।