सरकार और बार काउंलिस से वकीलों की मदद की मांग
राजेसुल्तानपुर। कोरोना महामारी के चलते न्यायालय के कामकाज बंद हो गए थे। न्यायिक प्रक्रिया...
राजेसुल्तानपुर। कोरोना महामारी के चलते न्यायालय के कामकाज बंद हो गए थे। न्यायिक प्रक्रिया फिर से शुरू हो गई है। आलापुर तहसील में भी संक्रमण के चलते कामकाज बंद था, जिससे वादकारियों का आना बंद हो गया था। इससे अधिवक्ता और अदालतों और कार्यालयों में कामकाज कराने वालों की आमदनी पूरी तरह ठप पड़ गई थी।
आलापुर तहसील के पूर्व बार उपाध्यक्ष सुशील श्रीवास्तव ने कहा कि तहसील में लगभग 200 अधिवक्ता हैं। 75 फीसदी अधिवक्ता वकालत के भरोसे हैं। कोरोना काल में उनकी आमदनी ठप हो गई, पेशे से हटकर कोई अन्य कार्य नहीं कर सकते। सरकार और बार काउंसिल को वकीलों की मदद करनी चाहिए। आलापुर तहसील में मुहर्रिर हरीराम पांडेय का कहना है कि हम वकीलों के साथ काम करते हैं। अधिवक्ताओं को वादकारियों से जो परिश्रमिकी मिलती है उसी में से उन्हें भी दिया जाता है। अधिवक्ता के प्रभावित होने से वे भी प्रभावित हुए। आमदनी बंद होने से परिवार चलाने में दिक्कत का सामना करना पड़ा। स्टाम्प वेंडर हरिनाथ पासवान ने बुझे मन से कहा कि कोरोना कफ्र्यू और संक्रमण के चलते न्यायालय व कार्यलय बंद थे। अधिवक्ता और वादकारी तहसील नहीं आये तो स्टाम्प और टिकट कौन खरीदता। कामकाज पर बुरा असर पड़ा है। बेलगाम महंगाई व ठप आमदनी से रोजमर्रा के खर्च चलाने में परेशानी हुई है।