अम्बेडकरनगर:टांडा में घर पर नजरबंद हुए भाकियू नेता, जलालपुर में दिया ज्ञापन
अम्बेडकरनगर संवाददाता किसान आंदोलन के छह माह पूरे होने पर बुधवार को संयुक्त किसान...
अम्बेडकरनगर संवाददाता
किसान आंदोलन के छह माह पूरे होने पर बुधवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने काला दिवस मनाने व सरकार का पुतला जलाने का आह्वान किया था। प्रशासन की सख्ती के चलते भारतीय किसान यूनियन का विरोध प्रदर्शन विफल हो गया। टांडा में भाकियू नेता मंगलवार को अपराह्न तीन बजे से घरों में नजरबंद रहे। जलालपुर में भाकियू नेता बृजेश यादव ने घर पर ही धरना दिया।
किसान विरोधी तीनों काले कानून को वापस लेने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा का बीते छह माह से आंदोलन चल रहा है। जिस पर आज बुधवार को काला दिवस मनाने का आह्वान किया गया था। किसान यूनियन के कार्यकर्ता को अपने घरों में काला झंडा लगाने व सरकार का पुतला दहन करने का निर्णय लिया गया था। आंदोलन को धार देने के लिए बुधवार को टांडा स्थित सुलेमपुर आवास पर भाकियू जिला उपाध्यक्ष लक्षिराम वर्मा ने सरकार का पुतला दहन करने की योजना तैयार की थी लेकिन प्रशासन की सख्ती के चलते आंदोलन विफल हो गया। मंगलवार को अपराह्न तीन बजे ही उनका आवास पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। एसडीएम टांडा, सीओ व प्रभारी निरीक्षक कोतवाली टांडा, अलीगंज थानाध्यक्ष मय फोर्स भाकियू नेता को घर पर ही नजरबंद कर दिए, जो बुधवार को अपराह्न तीन बजे अवमुक्त किए गए। इस दौरान जिलाध्यक्ष विनय कुमार वर्मा, रणजीत कुमार वर्मा लल्लू व अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
जलालपुर संवाद के अनुसार भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष बृजेश यादव ने अपने आवास पर धरना देकर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा। ज्ञापन में डीजल की कीमतों में हो रही लगातार बढ़ोतरी पर अंकुश लगाने, लॉकडाउन के चलते फल, सब्जी, दूध एवं अन्य कृषि उत्पादन करने वाले उत्पादकों को आर्थिक मदद किए जाने, किसान सम्मान निधि की धनराशि को बढ़ाकर 6000 किए जाने, किसानों को दिए गए सभी कर्जों का ब्याज माफ किए जाने समेत खाद्य पदार्थों की कालाबाजारी को रोके जाने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की गई है। ज्ञापन लेने पहुंचे उपजिलाधिकारी अभय कुमार पांडेय ने किसानों की समस्याओं को ऊपर तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।