अम्बेडकरनगर, बुनाई बढ़ाने की मांग के समर्थन में बुनकरों ने पावरलूम किया ठप
पावरलूम बुनकर मजदूरों को कम मिल रही बुनाई मजदूरी को बढ़ाने की मांग के समर्थन में पुंथर व फर्रुखाबाद के बुनकर मजदूरों ने हड़ताल शुरू कर दी...
टांडा। हिन्दुस्तान संवाद
पावरलूम बुनकर मजदूरों को कम मिल रही बुनाई मजदूरी को बढ़ाने की मांग के समर्थन में पुंथर व फर्रुखाबाद के बुनकर मजदूरों ने हड़ताल शुरू कर दी है। गांव के कई पावरलूम ठप पड़े हैं। बुनाई बढ़ाने के लिए पावरलूम बुनकरों ने आर-पार की लड़ाई का मन बना लिया है। दूसरी तरफ बुनाई बढ़ाने पर भी रजामंदी नहीं होने पा रही है। पावरलूम बुनकरों की हड़ताल से इन गांवों में पावरलूमों के ठप होने से यहां कपड़ा बुनाई पूरी तरह से रुकी पड़ी है।पुंथर निवासी बुनाई मजदूर तुफैल अहमद, मोहम्मद अशफाक का कहना है कि उन्हें बुनाई मजदूरी पूरी नहीं मिल पा रही है। बुनाई मजदूर मुश्काक अहमद का कहना है कि सप्ताह में उन्हें बुनाई मजदूरी कपड़ा बुनाई के अनुसार मिलती है, लेकिन पुंथर व फर्रुखाबाद में बुनाई मजदूरी अन्य जगहों से काफी कम है। शमीम अहमद बताते हैं कि मुबारकपुर में जहां सप्ताह में करीब दो हजार रुपए बुनाई मजदूरी मिल जाया करती हैं, वहीं औसतन इन गांवों में 12-13 सौ रुपए ही मिल पा रहे हैं, जिससे परिवार चलाना काफी मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो गया है। वहीं कपड़ा बुनाई कराने वालों का पक्ष ये है कि बुनाई मजदूरी बिल्कुल सही दी जा रही है। बिजली मिल व अन्य खर्चों को निकाल कर उन्हें मुनाफा भी कम मिल पा रहा है। जब उनके तैयार माल की बिक्री में कोई बढ़ोत्तरी नहीं हो पा रही है तो बुनाई मजदूरी वह कहां से बढ़ा देंगे।