अम्बेडकरनगर : फलाहारी दास कूटी के निकट कूड़ा गिराने से लोगों में रोष
अम्बेडकरनगर (किछौछा)। संवाददाता बसखारी-टांडा हाई-वे के पास फलाहारी महाराज के कुटी/मन्दिर के निकट...
अम्बेडकरनगर (किछौछा)। संवाददाता
बसखारी-टांडा हाई-वे के पास फलाहारी महाराज के कुटी/मन्दिर के निकट किछौछा नगर पंचायत के तरफ से कूड़ा फेंके जाने से श्रद्धालुओं व इलाकाई लोगों ने नाराजगी जताई है। बचाव में उतरे नगर पंचायत प्रशासन ने डम्पिंग ग्राउंड समस्याओं का हवाला देते हुए तत्काल पूर्व निर्धारित स्थान पर कूड़ा फेंकने के निर्देश दे दिए हैं।
किछौछा नगर पंचायत के निर्धारित डंपिग ग्राउंड पर ही निकाय क्षेत्र के 17 वार्डों का कूड़ा उठा कर एकत्र करके रखा जाता है। कुछ दिनों से किछौछा दरगाह में अगहन मेला शुरू होने के चलते निर्धारित डम्पिंग ग्राउंड पर समस्या के चलते बसखारी स्थित फलाहारी महाराज के कुटी/मंदिर परिसर के निकट अस्थायी तौर पर कूड़ा फेंका जा रहा था। वहां कूड़ा फेंकने चलते मंदिर पर आवागमन करने वाले श्रद्धालुओं के साथ स्थानीय लोगों में आक्रोष व्याप्त हो गया। मंदिर के महन्थ देवमणि मिश्र ने किछौछा नगर पंचायत प्रशासन से मंदिर के निकट कूड़ा न गिराने के लिए मांग की, वहीं अधिशासी अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि कुछ समस्याओं के कारण अस्थाई रूप से यहां कूड़ा गिरवाया जा रहा था। उन्होंने बताया कि स्थानीय स्तर से मिल रही शिकायतों के क्रम में अब कूड़ा गिराना बंद कर दिया गया है। यहां का कूड़ा निकाय के निर्धारित डम्पिंग ग्राउंड पर ही एकत्र करके रखा जाएगा जिसके लिए मातहतों को निर्देश दे दिया गया है।
सीएम से धान खरीद का सत्यापन शीघ्र कराने की मांग
किछौछा। बसखारी विकास खंड के 69 ग्राम पंचायतों के किसानों को अपनी उपज की बिक्री सरकारी केन्द्रों पर करने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आनलाइन आवेदन करने के बाद भी राजस्व कर्मियों की ओर से सत्यापन/रिपोर्ट लगाने में दिलचस्पी न लेने के चलते लोगों के समक्ष धान बिक्री करने का संकट उत्पन्न हो गया है। भाजपा जिला प्रतिनिधि व प्रधान संघ के पूर्व जिलाध्यक्ष रूद्र प्रसाद उपाध्याय ने सीएम को भेजे गए पत्र में सत्यापन में रूचि न दिखाने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए कम समय में सत्यापन कराना आवश्यक बताया है। कहा कि खरीद शुरू हुए पखवारे भर से ज्यादा समय बीत जाने के बाद किसानों को अपनी उपज बेंचने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है।