जिले की 56 में से 40 एम्बुलेंस का जाम रहा चक्का
अम्बेडकरनगर। सूबे की जीवन दायिनी कहलाने वाली एम्बुलेंस सेवा सोमवार को बेपटरी रही। एम्बुलेंस...
अम्बेडकरनगर। सूबे की जीवन दायिनी कहलाने वाली एम्बुलेंस सेवा सोमवार को बेपटरी रही। एम्बुलेंस सेवा से जुड़े स्टाफ और चालकों ने बेमियादी हड़ताल शुरू कर दिया है। रविवार की मध्यरात्रि से एम्बुलेंस का चक्का जाम कर दिया है। जिले के एम्बुलेंस सेवा के स्टाफ भी बेमियादी हड़ताल पर चले गए हैं मगर हड़ताल से आपात सेवा को मुक्त रखा गया है।
जनपद में कुल 56 एम्बुलेंस संचालित हैं। इसमें 102 नम्बर की 26 और 108 नम्बर की भी 26 एम्बुलेंस हैं। शेष चार आधुनिक जीवन रक्षक (एएलएस) एम्बुलेंस हैं। साथ कुल 225 स्टाफ हैं। इसमें पांच स्टाफ प्रबंधन के और और शेष सेवा फील्ड वर्कर तथा चालक हैं। 56 में से 40 एम्बुलेंस चालकों के साथ स्टाफ ने हड़ताल की। शेष 16 एम्बुलेंस संचालित हुईं। राहत की बात यह रही कि प्रबंधन कम्पनी के बदलने पर नौकरी जाने की आशंका में कम्पनी न बदलने, ठेकेदारी प्रथा समाप्त करने व कोरोना काल में मरे कर्मचारियों के परिजनों को 50 लाख की सहायता देने की मांगों के समर्थन में हड़ताल करने वाले एम्बुलेंस कर्मचारियों ने आपात सेवा नहीं ठप की। हर ब्लॉक में एक-एक एम्बुलेंस संचालित हुई। इससे गम्भीर बीमार, दुर्घटना में घायलों और प्रसूताओं को अस्पताल जाने में परेशानी नहीं हुई। हालांकि प्रसूताओं को अस्पताल से घर और रेफर किए गए बीमार लोगों को दूसरे अस्पताल जाने के लिए एम्बुलेंस नहीं उपलब्ध हो सकी। इससे लोगों को वैकल्पिक व्यवस्था करनी पड़ी।
हड़ताली कर्मियों की प्रमुख मांग
.एएलएस एम्बुलेंस के कार्यरत कर्मचारियों को कम्पनी बदलने पर न बदला जाए।
.नई कम्पनी में अनुभवी और वर्तमान कमचारियों को ही रखा जाए।
.कम्पनी बदलने पर किसी तरह की वेतन कटौती न की जाए।
.कोरोना कॉल में अग्रणी भूमिका निभाने वाले को ठेका प्रथा से मुक्त किया जाए।
.कोरोना कॉल में मरने वाले आश्रितों को बीमा राशि का 50 लाख रुपए दिया जाए।
.एम्बुलेंस कर्मचारियों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में शामिल किया जाए।
.एनएचएच में शामिल होने तक सालाना 23 हजार महंगाई भत्ता दिया जाए।
किस नंबर की कितनी एंबुलेंस
.102 नम्बर की-26
.108 नम्बर की-26
.एएलएस की-4
‘एम्बुलेंस सेवा का स्टाफ हड़ताल कर रहा है। इसकी जानकारी तो है मगर मांगों से सम्बंधित मांग पत्र नहीं मिला है। हालांकि हड़ताल का जिले में कोई खास असर नहीं हैं। कारण आपात सेवा के लिए एम्बुलेंस संचालित हैं।
डॉ श्रीकांत शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी