हज : इस बार सिर्फ ऑनलाइन आवेदन
हज यात्रा के लिए इस बार सिर्फ ऑनलाइन आवेदन किए जा सकेंगे। पिछले साल तक ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन आवेदन भी लिए जा रहे थे। अल्पसंख्यक मंत्रालय की ओर से इस बार ऑफलाइन आवेदन की व्यवस्था खत्म कर दी गई है। इसके...
हज यात्रा के लिए इस बार सिर्फ ऑनलाइन आवेदन किए जा सकेंगे। पिछले साल तक ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन आवेदन भी लिए जा रहे थे। अल्पसंख्यक मंत्रालय की ओर से इस बार ऑफलाइन आवेदन की व्यवस्था खत्म कर दी गई है। इसके लिए अल्पसंख्यक कल्याण विभाग को सुविधा केंद्र पर सारी सुविधाएं देने का निर्देश दिया गया है। हज के लिए आवेदन 10 नवंबर तक किया जा सकेगा। हज यात्रा के लिए आवेदन शुरू है। 10 अक्तूबर से शुरू आवेदन के लिए पिछले दिनों दिल्ली में मंत्रालय की बैठक हुई। इसके बाद अल्पसंख्यक कल्याण विभाग को बैठक की कार्ययोजना भेजी गई है। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी एसपी तिवारी ने बताया कि हर 500 हज यात्रियों पर एक सुविधा केंद्र बनाया जाएगा। सरकारी भवन न होने पर अनुदानित मदरसों में केंद्र की व्यवस्था की जाएगी। वहां जरूरत के अनुसार कम्प्यूटर और प्रिंटर लगाए जाएंगे। ताकि लोगों के आवेदन भरे जा सकें। इसके लिए बाकायदा ऑपरेटर की तैनाती होगी। हज यात्रा के आवेदन के लिए फॉर्म का प्रारूप वेबसाइट www.hajcommittee.gov.in पर भी उपलब्ध है। आवेदन के लिए हज यात्रियों को अपनी फोटो, जमा धनराशि की रसीद, हलफनामा व पासपोर्ट की प्रति वेबसाइट पर अपलोड करनी होगी। आवेदक उड़ान स्थल के अनुसार हवाई किराया, ठहरने की श्रेणी, अहादी कुर्बानी कूपन का एक बार चयन करने के बाद बदल नहीं सकेंगे। सुविधा केंद्र बनने वाले मदरसों में नोडल अफसर बनाए जाएंगे। जो प्रिंसिपल पद से नीचे के नहीं होंगे।
ऑनलाइन आवेदन में आ रही परेशानी
हज यात्रियों को ऑनलाइन आवेदन में परेशानी आ रही है। खुद्दामाने हज कमेटी के सदस्य अल्तमश अंसारी ने बताया कि कमेटी के दफ्तरों में अब तक 200 आवेदन भरे गए हैं। ग्रामीण अंचलों के लोगों को परेशानी हो रही है। तमाम लोगों को ऑनलाइन भुगतान का तरीका नहीं मालूम है। प्रयागराज का गत वर्ष का कोटा 710 था जबकि कौशाम्बी का कोटा 130 का था। अगर ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन आवेदन भी लिया जाए तो हज यात्रियों की संख्या पूरी होगी। पिछले साल कोटे से कम आवेदन के कारण कुर्रा नहीं हुआ था।