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सिपाही बोला, आबकारी अफसरों ने नोट गिनने से रोका और बाहर भेज दिया

आबकारी कॉलोनी के गैराज से मिले व गायब हुए दो हजार-पांच सौ के नोटों के बंडलों की जांच में प्रत्यक्षदर्शी सिपाही सुदेश कुमार का बयान चौंकाने वाला...

सिपाही बोला, आबकारी अफसरों ने नोट गिनने से रोका और बाहर भेज दिया
हिन्दुस्तान टीम,इलाहाबादSat, 28 Jul 2018 01:14 PM
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आबकारी कॉलोनी के गैराज से मिले व गायब हुए दो हजार-पांच सौ के नोटों के बंडलों की जांच में प्रत्यक्षदर्शी सिपाही सुदेश कुमार का बयान चौंकाने वाला है। उसने बताया कि जब वह नोटों की गिनती कर रहा था तो अधिकारियों ने रोक दिया और कहा कि बाहर जाओ। वह बाहर चला गया इसके बाद ही नोटों की गड्डियां गायब हुईं। सिपाही ने माना कि 28 - 30 लाख रूपए थे।जांच अधिकारी सीओ सिविल लाइंस श्रीशचंद्र ने शुक्रवार को आबकारी सिपाही को अपने आफिस में बुलाकर पूछताछ की। सिपाही अफसरों से चिट्ठी लेकर बयान देने पहुंचा था। माना जा रहा कि सबकुछ जानते हुए भी उसने बचकर बयान दिया। सीओ ने घुमा फिराकर खूब सवाल किए लेकिन सिपाही अंत तक टूटा नहीं, यही कहता रहा कि गैराज से उसके बाहर जाने के बाद पूरा खेल हुआ। ओपी आर्या, अपर आबकारी आयुक्त के मुताबिक गैराज में नोटों की गड्डियां मिलने पर मैं वहां गया था। कुछ और अधिकारी भी वहां मौजूद थे। रुपये किसने गायब किए, इसका जवाब तो वही दे सकता है जिसने वीडियो बनाया है और गिनती की हो। रुपये मिलने के बाद पुलिस वहां पहुंची और उसे दे दिया गया। इस प्रकरण में एक रिपोर्ट मांगी है। कौन गया था घर तक नोट पहुंचानेकालोनी में चर्चा है कि जिस आबकारी अधिकारी ने इस गड़े धन पर अपना दावा ठोका था उसके घर तक नोट पहुंचाने एक निजी आदमी गया था। पुलिस उस आदमी की तलाश कर रही है। वह शख्स कालोनी में निजी तौर पर काम करने आता है। नोटों के बंडल जब बरामद हुए तो वह वहीं था। वही रुपए घर तक पहुंचाने गया था। पुलिस यह भी खुलासा नहीं कर रही कि बंद गैराज की चाबी किस अफसर के पास थी?

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