सड़कों पर अंधेरे का राज, हर तरफ स्ट्रीट लाइटें बुझीं
सड़कों की स्ट्रीट लाइट नहीं जल रही है। हर 50 मीटर पर लगे विद्युत पोल पर स्ट्रीट लाइट तो लगी है। एक पोल की स्ट्रीट लाइट सही है तो दो पोल की खराब है। स्ट्रीट लाइट की देखरेख का जिम्मा नगर निगम और पीडीए...
मिशन स्मार्ट सिटी के तहत सिविल लाइंस, स्टैनली रोड, कटरा, मम्फोर्डगंज और बालसन क्षेत्र को एबीडी एरिया घोषित किया गया है। नगर निगम और पीडीए संयुक्त रूप से एबीडी एरिया को स्मार्ट बना रहा है। आठ सड़कें स्मार्ट की जा चुकी हैं। अभी 17 और सड़कों को स्मार्ट बनाया जाना है। इन सड़कों की स्ट्रीट लाइट नहीं जल रही है। हर 50 मीटर पर लगे विद्युत पोल पर स्ट्रीट लाइट तो लगी है। एक पोल की स्ट्रीट लाइट सही है तो दो पोल की खराब है। स्ट्रीट लाइट की देखरेख का जिम्मा नगर निगम और पीडीए के पास है। स्ट्रीट लाइट न जलने से सड़कें जानलेवा बनी हैं। कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है, लेकिन जिम्मेदार विभाग लापरवाह बने हैं।
अधिकतर सड़कों की स्ट्रीट लाइट बुझी
शहर की अधिकतर सड़कों की स्ट्रीट लाइट खराब हैं। किसी का तार कटा है तो किसी की एलईडी खराब है। कुंभ के दौरान सोडियम बल्ब हटाकर एलईडी लगाई गई थी। कुछ दिनों तक स्ट्रीट लाइट की देखरेख हुई इसके बाद अनदेखी की जाने लगी। इस कारण धूमनगंज, ट्रांसपोर्टनगर, थॉर्नहिल रोड, स्टैनली रोड, तेलियरगंज समेत कई सड़कों की स्ट्रीट लाइट थोड़ी-थोड़ी दूर पर बुझी है।
कोहरे में सोडियम बल्ब था कारगर
नगर निगम और पीडीए अफसरों के अलावा शहर के लोगों का कहना है कि कोहरे में सोडियम बल्ब वाली स्ट्रीट लाइट ज्यादा कारगर थी। पीली रोशनी में वाहन चालकों को कुछ दूर तक रास्ता दिखाई देता था। कुंभ के दौरान सरकार ने बिजली बचाने को एलईडी बल्ब लगाने का निर्देश दिया। एलईडी से कोहरे में सामने का रास्ता नहीं दिखता। जो वाहन चालकों के लिए खतरनाक है। कभी भी वाहन डिवाइडर या दूसरे वाहन से टकरा सकते हैं।
शहर की स्ट्रीट लाइट ठीक करने के लिए अफसरों को निर्देश दिया गया है। यह भी कहा गया है कि अगर लाइट खराब है तो उसे बदला जाए। जल्द ही बुझी स्ट्रीट लाइट जलने लगेंगी। पीडीए को पत्र लिखा गया है।
-सतीशचंद्र, मुख्य अभिंयता, नगर निगम