सुहाग की सलामती के लिए महिलाओं ने रखा करवा चौथ का व्रत
करवा चौथ पर पति की लम्बी उम्र के लिए सुहागिनों ने रविवार को निर्जला व्रत रखा। महिलाओं ने पूरा दिन साज-सज्जा, पूजन की तैयारियों में व्यतीत किया। सूरज ढलते ही पूजन को लेकर उनमें काफी उत्साह रहा। शाम को...
करवा चौथ पर पति की लम्बी उम्र के लिए सुहागिनों ने रविवार को निर्जला व्रत रखा। महिलाओं ने पूरा दिन साज-सज्जा, पूजन की तैयारियों में व्यतीत किया। सूरज ढलते ही पूजन को लेकर उनमें काफी उत्साह रहा। शाम को सोलह शृंगार कर सुहागिनों ने चंद्रमा को अर्घ्य देने के साथ चलनी से पति का दीदार कर व्रत का पारण किया।
पूजन करने शुभ मुहूर्त शाम 7.52 बजे से था, लेकिन व्रती महिलाएं चांद निकलने से पहले ही पूजन सामग्री के साथ छतों और आंगन में पहुंच गईं। चंद्रमा के दर्शन होते ही पूजन-अर्चन शुरू किया। महिलाओं ने चंद्रमा को अर्घ्य देने के साथ ही सुहाग की सलामती और सुख समृद्धि की कामना की।
गोबर से गौरी-गणेश बनाकर करवा रखकर पूजन किया गया। करवा चौथ की कथा और गणेश आरती के बाद चांद और पति की आरती उतारी। चलनी से चांद और फिर पति का चेहरा देखकर पति की लम्बी उम्र की कामना की। पति ने अपने हाथ से जल पिलाकर पारण कराया। इसके बाद व्रती महिलाओं ने सभी बड़ों का आशीर्वाद लिया।