ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेशव्हाट्स एप ग्रुप बना पुलिस का मददगार

व्हाट्स एप ग्रुप बना पुलिस का मददगार

ग्रामीण क्षेत्रों में अपराधियों के बारे में पता लगाने के लिए पुलिस ने सोशल साइट्स को हथियार बनाया है। व्हाट्स एप पर ग्राम प्रधानों और पुलिस मित्र को जोड़ने का अभियान चल रहा है। एसएसपी ने दावा किया है...

व्हाट्स एप ग्रुप बना पुलिस का मददगार
हिन्दुस्तान टीम,इलाहाबादTue, 06 Nov 2018 03:21 PM
ऐप पर पढ़ें

ग्रामीण क्षेत्रों में अपराधियों के बारे में पता लगाने के लिए पुलिस ने सोशल साइट्स को हथियार बनाया है। व्हाट्स एप पर ग्राम प्रधानों और पुलिस मित्र को जोड़ने का अभियान चल रहा है। एसएसपी ने दावा किया है कि इससे अपराधियों के बारे में तत्काल जानकारी मिल रही है। गंगापार व यमुनापार में तीन ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा ग्राम प्रधानों की सूचनाओं पर हुआ है।

एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि सभी थानेदारों को निर्देश दिया गया है कि वह व्हाट्स एप ग्रुप बनाकर वालेंटियर्स को जोड़ें। ग्रामीण इलाकों में ग्राम प्रधान और पूर्व प्रधानों को भी जोड़ा गया है। इनकी मदद से गांवों में मारपीट और जमीन संबंधित विवाद की तत्काल जानकारी मिल रही है। थानेदारों को सूचना देने वाले अब सीधे फोटो व्हाट्स एप कर दे रहे हैं। जमीन संबंधित विवादों में इसका फायदा मिल रहा है।

फोटो देखकर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच रही है और इस मामले में कार्रवाई कर रही है। एसएसपी की मानें तो जमीन संबंधित विवाद में मारपीट की सूचनाओं पर कार्रवाई होने के कारण विवाद नहीं बढ़ रहा है। हालांकि शहरों में बने व्हाट्स एप ग्रुप में केवल गुड मार्निंग व जोक्स ही शेयर हो रहे हैं।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें