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10 लाख से अधिक पौधे लगाएगा एनसीआर

पर्यावरण की सुरक्षा और बढ़ते वायु प्रदूषण पर रोक के लिए उत्तर मध्य रेलवे ने अपनी प्रतिबद्वता जताते हुए इस वित्तीय वर्ष में 10 लाख पौधे रोपने की तैयारी की है। यह जानकारी जीएम राजीव चौधरी ने दी।...

10 लाख से अधिक पौधे लगाएगा एनसीआर
हिन्दुस्तान टीम,इलाहाबादFri, 07 Jun 2019 12:54 PM
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पर्यावरण की सुरक्षा और बढ़ते वायु प्रदूषण पर रोक के लिए उत्तर मध्य रेलवे ने अपनी प्रतिबद्वता जताते हुए इस वित्तीय वर्ष में 10 लाख पौधे रोपने की तैयारी की है। यह जानकारी जीएम राजीव चौधरी ने दी। उन्होंने कहा कि जगह और पैसे देकर वन विभाग से पौधरोपण कराया जाएगा।

जीएम ने बताया कि बीते वित्तीय वर्ष में जोनल रेलवे ने 10,00, 136 पौधे लगाए थे। उन्होंने कहा कि बढ़ते वायु प्रदूषण को कम करने के लिए जोनल रेलवे ने कचरा प्रबंधन का बेहतर इंतजाम किया है। पर्यावरण सुरक्षा के मद्देनजर ही 433 कोचों में 1385 बायो टॉयलेट लगाए गए हैं। जानकारी दी कि ललितपुर-महोबा ग्रीन कॉरिडोर में शत-प्रतिशत बायो टॉयलेट वाली ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। जोनल रेलवे के सभी प्रमुख स्टेशनों पर 342 बोतल क्रशिंग मशीनें लगाई गई हैं। ताकि यात्रियों की फेंकी पानी की बोतलें इधर-उधर न बिखरी रहें। 153 ट्रेनों की मशीनीकृत सफाई की व्यवस्था इलाहाबाद जंक्शन, कानपुर और झांसी में कराई जा रही है। ट्रेनों की साफ-सफाई में इस्तेमाल होने वाले पानी को दोबारा इस्तेमाल के लिए 20 लाख लीटर रोजाना पानी शोधित करने की क्षमता वाला वाटर रिसाइकिल प्लांट जंक्शन पर लगाया गया है। तीन अन्य प्लांट का काम चल रहा है। साथ ही तीनों मंडलों में छह एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जाने की जानकारी भी दी। बताया कि जल संरक्षण के लिए 59 रेन वाटर हार्वेस्टिंग संयत्र लगाए गए हैँ तथा 168 संयत्र प्रस्तावित हैं। जीएम ने बताया कि इलाहाबाद एवं आगरा मंडल के रनिंग रूम में बायो गैस प्लांट स्थापित किए गए हैं। ग्वालियर में यांत्रिक लॉण्ड्री में एचएसडी की जगह पीएनजी का इस्तेमाल शुरू किया गया है। जीएम ने रेलवे क्रॉसिंग पर सुरक्षा संबंधी कार्यों के बारे में भी जानकारी दी। इस दौरान पीसीसीएम एमन ओझा, जीएम सचिव अमित मिश्रा समेत कई प्रमुख विभागाध्यक्ष् मौजूद रहे।

बिजली बचाने की दिशा में अग्रणी

जीएम ने बताया कि उत्तर मध्य रेलवे बिजली बचत की दिशा में भी अग्रणी हो रहा है। जानकारी दी कि बिजली इंजन में ऊर्जा पुनरोत्पादन कराने से एनसीआर ने 11.4 करोड़ यूनिट बिजली की रिकॉर्ड बचत की। इससे जोनल रेलवे को 64 करोड़ रुपये की बचत हुई। यह भारतीय रेलवे में सबसे अधिक है। इससे वर्ष 2018-19 में 93562 टन कार्बनडाई ऑक्साइड के उत्सर्जन में कमी आई। बिजली बचाने के लिए शत-प्रतितश एलईडी बल्ब का इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे बीते साल 1.65 करोड़ यूनिट बिजली बची। इससे 13493 टन कार्बनडाई ऑक्साइड के उत्सर्जन में कमी आई। तीन ट्रेनों के रेक में लाइट, पंखे, एसी के लिए सीधे इंजन से बिजली पहुंचाने की शुरुआत की गई है। बताया कि 9.9 मेगावाट के सोलर पैनल लगाकर हर साल 1.3 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन संभव हुआ है। इससे 10,578 टन कार्बनडाई ऑक्साइड के उत्सर्जन में कमी आई। जानकारी दी कि पर्यावरण सुरक्षा के लिए ही इस वर्ष 575 रूट किमी. के विद्युतीकरण का लक्ष्य रखा गया है।

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