सिटी बस रोक कर वकीलों ने जाम की सड़क
कचहरी के सामने मंगलवार को वकीलों ने सिटी बस रोक दी और जाम लगा दिया। इससे वहां घंटों यातायात बाधित रहा। पुलिस ने एहतियातन चारों तरफ से यातायात डायवर्ट कर फोर्स लगा...
कचहरी के सामने मंगलवार को वकीलों ने सिटी बस रोक दी और जाम लगा दिया। इससे वहां घंटों यातायात बाधित रहा। पुलिस ने एहतियातन चारों तरफ से यातायात डायवर्ट कर फोर्स लगा दी। वकील अपने साथी के साथ थाने में हुई मारपीट के मामले में धूमनगंज पुलिस पर एफआईआर दर्ज करके कार्रवाई की मांग कर रहे थे। पुलिस अफसरों ने आश्वासन दिया कि एसएसपी के आने के बाद इस प्रकरण में कार्रवाई की जाएगी।
धूमनगंज पुलिस ने सोमवार शाम एक व्यक्ति को किसी मामले में हिरासत में लिया था। रात में दो वकील उसे छुड़ाने थाने पहुंचे। वकीलों का आरोप है कि उस वक्त थाने में सीओ द्वितीय भी थे। इसके बावजूद थाने के मुंशी बृजेंद्र और दरोगा हर्षवीर ने उनसे बदसलूकी की। विवाद बढ़ा तो दर्जनों वकील थाने पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। मामला इतना बढ़ गया कि कई थानों की पुलिस बुलानी पड़ गई। घंटों हंगामा चला। बाद में एसपी क्राइम ने सिपाही व दरोगा को लाइन हाजिर करने की बात कहते हुए मामला शांत कराया। बताया जा रहा है कि इससे पहले भी मुंशी बृजेंद्र की कई शिकायतें मिली थीं लेकिन थानेदार से सेटिंग के कारण उस पर कार्रवाई नहीं हुई।
वहीं, इस घटना की जानकारी जब मंगलवार को वकील साथियों को हुई तो उनका गुस्सा भड़क उठा। दिन 11 बजे कचहरी के बाहर वकील सड़क पर आ गए। पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान कुछ लोगों ने कचहरी होकर चलने वाली सिटी बस वहीं रोक दी और सड़क जाम कर दी। वकीलों के हंगामे की सूचना पर कई थानों की पुलिस पहुंच गई। लक्ष्मी चौराहा और पुलिस क्लब से यातायात डायवर्ट कर दिया गया। दोपहर दो बजे तक विरोध प्रदर्शन चला। एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव का इस मामले में कहना है कि सीओ को जांच सौंपी गई है। उनकी रिपोर्ट पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।