Kumbh mela 2019: महानिवार्णी अखाड़े की निकली भव्य पेशवाई
विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समागम कुम्भ मेला से पहले महानिवार्णी अखाड़ा के साधु-संतों ने हाथी, घोड़ा, पालकी और बैंड बाजों से सजी भव्य पेशवाई निकाली। पेशवाई में सबसे आगे अखाडा का...
विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समागम कुम्भ मेला से पहले महानिवार्णी अखाड़ा के साधु-संतों ने हाथी, घोड़ा, पालकी और बैंड बाजों से सजी भव्य पेशवाई निकाली।
पेशवाई में सबसे आगे अखाडा का ध्वज लहरा रहा था। उसके बाद नागा सन्यासियों का समूह करतब दिखाते आगे -आगे बढ़ रहा था। रथ पर आरूढ़ आराध्य कपिल मुनि की मूर्ति थी जिसपर महात्मा चंवर डुला रहे थे। बीच बीच में रथ पर सवार साधु-महात्मा दर्शन के लिए कतार में खड़े श्रद्धालुओं पर जल में डूबोकर पुष्प ड़ाल रहे थे। दूसरी तरफ लम्बे समय से सड़क के दोनों तरफ खड़े श्रद्धालु भी साधु-महात्माओं पर पुष्प चढा रहे थे।
मंगलवार को प्रयागवासियों को सनातन धर्म की समृद्ध परम्परा और संस्कृति के दिव्य, भव्य और अलौकिक दर्शन उस समय हुए जब महानिवार्णी अखाड़ा की पेशवाई श्रीपंच की छावनी में दस बजे वैदिक मंत्रों से पूजा पाठ के बाजे 11 बजे हाथी, घोड़ा, पालकी, रथ और बैंड़ बाजों के साथ गंगा पार झूंसी स्थित सेक्टर 16 में बने शिविर के लिए रवाना हुई।
यूपी का ये शहर देश में सबसे ज्यादा प्रदूषित, यहां की हवा ज्यादा खराब
पेशवाई में परम्परा के मुताबिक ही हाथी, घोड़े, ऊंट और बैंड बाजे के साथ जूना अखाड़े के आचार्य महामणडलेश्वर, महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर और नागा साधुओं ने शिरकत की। नागा साधुओं ने अपने अस्त्र शस्त्र के साथ पेशवाई के बीच में जगह-जगह रुककर युद्ध कौशल का भी प्रदर्शन किया।
सड़क के दोनों किनारो पर दो घोड़ों पर सवार दो नागा सन्यासी नगाड़ा बजाते हुए चल रहे थे। इसके बीच में साधु, महात्मा, सन्यासी, नागा चल रहे हैं। पेशवाई में रथ पर सबसे आगे राजगुरू निवार्णी पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विशेका नंद गिरी, अटल पीठरधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर विश्वाता नंद महराज, महामंडलेश्वर शिव चैतन्य प्रभु जी, महामंडलेश्वर गीता भारती जी समेत पचासों साधु,संत महात्मा रथ पर आरूढ़ हैं।
इससे पहले श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा, श्रीपंच अग्नि अखाड़ा और अटल अखाड़े की शाही ढ़ंग से पेशवाई निकल चुकी है। पुलिस को सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।