कुम्भ मेला अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि के बाद चार मार्च को संपन्न हो जाएगा। उसके दूसरे दिन किन्नर अखाड़ा की ओर से प्रयागवासियों के सम्मान में आभार यात्रा निकाली जाएगी। आभार यात्रा सुबह नौ बजे दारागंज से निकलेगी। किन्नर अखाड़ा ने जिस शाही अंदाज में देवत्व यात्रा (पेशवाई) निकाली थी, उसी अंदाज में आभार यात्रा भी निकाली जाएगी। इसमें 250 बग्घी, 200 घोड़े व सौ से अधिक ऊंट पर किन्नर अखाड़ा के संत सवार रहेंगे। आभार यात्रा में एक हजार से अधिक किन्नर संत शामिल होंगे।
किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने बताया कि प्रयागराज के निवासियों न श्रद्धालुओं ने बहुत सम्मान दिया। इसलिए जाने से पहले सभी का आभार व्यक्त करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। बताया कि यात्रा दारागंज से शुरू होकर राम भवन चौराहा तक जाएगी।