नगर निगम में करोड़ों के ईएसआई-ईपीएफ घोटाले का भंडाफोड़
नगर निगम के अलग-अलग विभाग में काम कर रहे आउटसोर्स मजदूरों के ईएसआई और ईपीएफ का घोटाला हुआ है। कर्मचारियों के ईएसआई और ईपीएफ खाते में राशि जमा करने के लिए नगर निगम भुगतान करता रहा। एजेंसी ने मजदूरों...
नगर निगम के अलग-अलग विभाग में काम कर रहे आउटसोर्स मजदूरों के ईएसआई और ईपीएफ का घोटाला हुआ है। कर्मचारियों के ईएसआई और ईपीएफ खाते में राशि जमा करने के लिए नगर निगम भुगतान करता रहा। एजेंसी ने मजदूरों के खाते में राशि जमा नहीं की। बीते 12 सितंबर को राज्य बीमा निगम से नगर निगम को बीमा राशि जमा नहीं होने का पत्र मिला। 14 सितंबर को अपर नगर आयुक्त (द्वितीय) संजय कुमार सिंह ने सभी विभागों से आउटसोर्स पर काम करने वाले मजदूरों के भुगतान का विस्तृत ब्योरा तलब किया। विभागों से मिले ब्योरे के आधार पर बड़े घोटाले का संकेत मिल रहे हैँ। प्रारंभिक जांच में व्यापक गड़बडियां मिलने के बाद अपर नगर आयुक्त त्रिलोकी सिंह (प्रथम) ने सितंबर 2016 से आउटसोर्स पर काम कर रहे मजदूरों के नाम भुगतान का सभी ब्योरा तलब किया है। सूत्रों का कहना है कि एक साल में ईएसआई और ईपीएफ के मद में भुगतान किए गए तकरीबन दो करोड़ रुपये की हेराफेरी की गई है। नगर निगम प्रशासन आउटसोर्स पर मजदूर देने वाली एजेंसी से हिसाब मांग रहा है। नगर आयुक्त हरिकेश चौरसिया भी जांच को लेकर गंभीर हैं। एजेंसी जवाब नहीं दे पा रही है।