इलाहाबाद: बंधक बना पहले डाला धर्म परिवर्तन का दबाव, बाद में किया गैंगरेप
मोबाइल शॉप में सेंधमारी करते पकड़ी गई युवती को जेल भेजने के मामले में मंगलवार को नया खुलासा हुआ। बंधक बनाकर युवती पर धर्म परिवर्तन का दबाव डाला गया। फिर उसके साथ गैंगरेप किया गया। करतूत छुपाने को...
मोबाइल शॉप में सेंधमारी करते पकड़ी गई युवती को जेल भेजने के मामले में मंगलवार को नया खुलासा हुआ। बंधक बनाकर युवती पर धर्म परिवर्तन का दबाव डाला गया। फिर उसके साथ गैंगरेप किया गया। करतूत छुपाने को उल्टा उसे ही चोरी के आरोप में गिरफ्तार करवा दिया गया। मंगलवार को दो विधायकों के हस्तक्षेप पर पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ धर्म परिवर्तन का दबाव डालने और गैंगरेप का मुकदमा दर्ज कर आरोपित दुकानदार और ग्राम प्रधान को गिरफ्तार कर लिया। बाकी दो की तलाश जारी है।
शनिवार रात थाना पड़ाव स्थित मोबाइल शॉप चलाने वाले अनवर ने एक युवती पर दुकान में सेंधमारी का आरोप लगाते हुए पुलिस बुलाकर उसे सौंप दिया था। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर युवती को जेल भेज दिया, लेकिन मंगलवार को मामले में नया मोड़ आ गया। सोरांव निवासी अपना दल (एस) के विश्वनाथगंज (प्रतापगढ़) विधायक आरके वर्मा व सुल्तानपुर के विधायक सीताराम वर्मा युवती की मां से मिलने उसके घर पहुंचे तो पूरे घटनाक्रम से पर्दा उठा।
पीड़िता की मां का कहना है कि शनिवार शाम उसकी बेटी मोबाइल खरीदने दुकान पर गई थी। इस बीच धोखे से उसे बंधक बनाकर धर्म परिवर्तन का दबाव डाला गया। इसके बाद चार लोगों ने उसके साथ दुराचार किया। फिर मामले को दबाने के लिए लड़की पर चोरी के प्रयास का आरोप लगाकर पुलिस के हवाले कर दिया गया।
मां की बात सुनने के बाद दोनों विधायकों ने एसपी गंगापार सुनील सिंह को मामले की जानकारी देकर मौके पर बुलाया। तहरीर मिलने के बाद मऊआइमा पुलिस ने मोबाइल फोन दुकानदार अनवर, प्रधान वाजिद अली उर्फ बचऊ, शेखू व जाहिद के खिलाफ धर्म परिवर्तन का दबाव डालने और दुराचार का मुकदमा दर्ज किया। पुलिस ने रात में आरोपित अनवर और प्रधान वाजिद को गिरफ्तार कर लिया। इधर, दोनों आरोपितों की गिरफ्तारी पर रात में ही उनके परिजन थाने पहुंच गए। हंगामा कर चुनाव में राजनीतिक फायदे के लिए षडयंत्र रचने का आरोप लगाया।
राजनीतिक लाभ के लिए की गई कार्रवाई
मऊआइमा। चार लोगों पर धर्म परिवर्तन और गैंगरेप का मुकदमा दर्ज होने की खबर मिलने पर स्थानीय लोगों ने गहरी नाराजगी जताई। सपा के पूर्व जिला सचिव व पार्टी नेता गुलाम हैदर ने इस कार्रवाई को 'उल्टा चोर कोतवाल को डांटे' की संज्ञा दी। कहा, सत्ता पक्ष के नेता शासन का दुरुपयोग कर शरीफ लोगों पर जुल्म कर रहे हैं। यह कार्रवाई चुनाव में राजनीतिक लाभ लेने के लिए की गई है।