फेसबुक लाइव से मिला मोबाइल लुटेरे का सुराग
पुराने नैनी पुल पर रेल यात्रियों से मोबाइल झपटने वाले लुटेरे को फेसबुक लाइव की तकनीक समझ नहीं आई। उसने मोबाइल छिनैती का लाइव चल रहा वीडियो सेव कर दिया। इस वीडियो में लूट की पूरी घटना और लुटेरे की...
पुराने नैनी पुल पर रेल यात्रियों से मोबाइल झपटने वाले लुटेरे को फेसबुक लाइव की तकनीक समझ नहीं आई। उसने मोबाइल छिनैती का लाइव चल रहा वीडियो सेव कर दिया। इस वीडियो में लूट की पूरी घटना और लुटेरे की तस्वीर भी सेव हो गई। अब इसी वीडियो फुटेज की मदद से जीआरपी लुटेरे को तलाश रही है।
मामला कुछ यूं है कि झारखंड के धनबाद का विकास कुमार 21 अक्तूबर को कालका मेल से इलाहाबाद आ रहा था। ट्रेन नैनी से आगे बढ़ी तो विकास पुराने यमुना पुल और यमुना का दृश्य दोस्तों को फेसबुक लाइव पर दिखाने लगा। ट्रेन की रफ्तार कम थी। इसी दौरान पुल पर डटे मोबाइल लूटने वाले गैंग के सदस्य ने विकास के हाथ पर डंडा मार दिया। इससे मोबाइल विकास के हाथ से छूटकर गिर गया। लुटेरे ने मोबाइल उठा लिया। इस दौरान फेसबुक पर वीडियो लाइव चलता रहा। लुटेरा मोबाइल लेकर भागते हुए वीडियो में दिखने लगा। उसे समझ नहीं आया कि इसे बंद कैसे करें सो उसने सेव का बटन दबा दिया। इससे वीडियो फेसबुक पर सेव हो गया। उधर, विकास ने जंक्शन पर उतर कर जीआरपी में रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद बरौत चला गया। वह हंडिया-वाराणसी एनएच पर काम कर रही एजेंसी में स्टोर सहायक है। उसने घरवालों को घटना की जानकारी दी।
शाम को विकास की बहन विशाखा फेसबुक देख रही थी। इसी दौरान उसे भाई के साथ हुई घटना का वीडियो दिखा। उसने विकास को बताया और उसके दोस्त के व्हाट्सएप पर वीडियो भेज दिया। यह वीडियो विकास ने जीआरपी को सौंप दिया। जीआरपी ने फुटेज से पड़ताल की तो उसमें कैद युवक नैनी फूलमंडी का आकाश बिंद बताया गया। जीआरपी नैनी चौकी प्रभारी बीआर बिंद का कहना है कि मोबाइल लुटेरे गैंग की तलाश में दबिश दी जा रही है।
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काम की है यह तकनीक
इस घटना से यह साफ हो गया कि मुसीबत के वक्त या सफर के दौरान किसी आशंका के मद्देनजर ऐसा वीडिया बनाकर सेव किया जा सकता है। इससे किसी घटना के बाद खुलासे में आसानी हो सकती है।