गृहकर में राहत के लिए करना होगा आवेदन
सड़क चौड़ीकरण के दौरान टूटे मकानों का गृहकर इसी साल से कम दिया जाएगा। गृहकर कम कराने के लिए मकान मालिकों को नगर निगम में आवेदन करना होगा। आवेदन का सत्यापन करने के बाद नगर निगम चालू वित्तीय वर्ष से...
सड़क चौड़ीकरण के दौरान टूटे मकानों का गृहकर इसी साल से कम दिया जाएगा। गृहकर कम कराने के लिए मकान मालिकों को नगर निगम में आवेदन करना होगा। आवेदन का सत्यापन करने के बाद नगर निगम चालू वित्तीय वर्ष से गृहकर कम करेगा।
शहर में हो रहे सड़क चौड़ीकरण से लगभग तीन हजार घरों का कुछ हिस्सा तोड़ दिया गया है। इस के चलते कई मकानों का व्यावसायिक हिस्सा तो पूरी तरह समाप्त हो गया है। ऐसे मकानों का गृहकर कम करने के लिए बीते 31 मई को नगर निगम सदन की बैठक में मांग उठी थी। इसपर सदन ने सड़क चौड़ीकरण में टूटे मकानों का गृहकर कम करने का संकल्प पारित किया था। नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी पीके मिश्र ने बताया कि जिनके मकान टूटे हैं, उसके मालिक गृहकर कम करने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
आवेदन में भवन स्वामियों को मकान के पहले और अब का क्षेत्रफल दर्शाना होगा। क्षेत्रफल के आधार पर ही गृहकर कम होगा। टूटे मकानों का गृहकर कम करने के लिए सदन में प्रस्ताव लाने वाले पार्षद अखिलेश सिंह ने फैसले का स्वागत किया है। अखिलेश ने कहा कि नगर निगम प्रशासन को अधिकृत तौर पर अधिसूचना जारी करनी चाहिए।
...तो जलकर भी होगा कम
इलाहाबाद। सड़क चौड़ीकरण में टूटे मकानों का गृहकर कम होने के बाद जलकर भी कम होगा। गृहकर के लिए तय मकान के कारपेट एरिया के आधार पर जलकर तय होता है। घरों का कारपेट एरिया कम होने पर गृहकर प्रभावित होगा। कारपेट एरिया कम होने पर गृहकर के साथ जलकर भी प्रभावित होना तय है। जलकर कम करने के लिए भी मकान मालिकों को आवेदन करना पड़ेगा।
बिलों में गड़बड़ी बनी मुसीबत
इलाहाबाद। इस साल गृहकर के बिलों में गड़बड़ी नगर निगम प्रशासन और मकान मालिकों केे लिए मुसीबत बन गई है। सैकड़ों मकानों का गृहकर पिछले वित्तीय वर्ष तक जमा है लेकिन नगर निगम का कंप्यूटर बकाया दिखा रहा है। पिछले साल गृहकर में मिली छूट को बकाया दिखाया जा रहा है। मुख्य कर निर्धारण अधिकारील कहते हैं कि एनआईसी के सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी से बिल गलत निकले हैं। सॉफ्टवेयर ठीक करने के लिए लखनऊ तक गुहार लगाई गई है। इस हफ्ते से बिल में गड़बड़ी की समस्या समाप्त हो जाएगी।