तीन पक्षों के बयान का विश्लेषण कर रही सीबीआई
-शिकायतकर्ता, चयनित अभ्यर्थी व आयोग कर्मियों के बयान में अंतर
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की जांच कर रही सीबीआई टीम तीन पक्षों के बयान का विश्लेषण कर रही है। 2012 से 2017 के बीच हुई भर्तियों में अनियमितता की शिकायत करने वालों, इस दौरान चयनित संदिग्ध अफसरों और लोक सेवा आयोग के कर्मचारियों के बयान को मिलाया जा रहा है।
सीबीआई की एक टीम विभिन्न संदिग्ध चयनित अभ्यर्थियों, आयोग के पूर्व तथा वर्तमान कर्मचारियों के दिए गए बयान तथा उनके विरुद्ध गवाहों के बयान का विश्लेषण कर रही है। ताकि तार्किक विश्लेषण तक पहुंचने के बाद कोई निर्णय ले सके।
सीबीआई की टीम विभिन्न दलों में बंटी है, जिसमें एक टीम का कार्य संदेहास्पद चयनित तथा आयोग के कर्मचारियों के बयान का आपसी विश्लेषण करना है। चयनिय अफसरों तथा आयोग के कर्मचारियों के बयान में विरोधाभास होने के कारण यह विश्लेषण आवश्यक है।
सूचनादाताओं के दावों को भी इस कड़ी में जोड़कर देखा जा रहा है। जिन व्यक्तियों ने लिखित शिकायत दी है, उन्हें उसी दिन बुलाया जा रहा है जिस दिन उनके शिकायत से संबंधित कोई चयनित अफसर या आयोग का कर्मचारी बुलाया जा रहा है।