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इलाहाबाद में बाढ़ का खतरा बढ़ा, स्लूज गेट बंद

पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश का असर अब इलाहाबाद में दिखने वाला है। गंगा और यमुना में उफान से अगले दो दिन में शहर में बाढ़ का खतरा खड़ा हो सकता है। माताटीला और कानपुर से लगातार पानी छोड़ने के कारण लगभग...

पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश का असर अब इलाहाबाद में दिखने वाला है। गंगा और यमुना में उफान से अगले दो दिन में शहर में बाढ़ का खतरा खड़ा हो सकता है। माताटीला और कानपुर से लगातार पानी छोड़ने के कारण लगभग...
1/ 2पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश का असर अब इलाहाबाद में दिखने वाला है। गंगा और यमुना में उफान से अगले दो दिन में शहर में बाढ़ का खतरा खड़ा हो सकता है। माताटीला और कानपुर से लगातार पानी छोड़ने के कारण लगभग...
पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश का असर अब इलाहाबाद में दिखने वाला है। गंगा और यमुना में उफान से अगले दो दिन में शहर में बाढ़ का खतरा खड़ा हो सकता है। माताटीला और कानपुर से लगातार पानी छोड़ने के कारण लगभग...
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हिन्दुस्तान टीम,इलाहाबादMon, 03 Sep 2018 01:33 PM
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पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश का असर अब इलाहाबाद में दिखने वाला है। गंगा और यमुना में उफान से अगले दो दिन में शहर में बाढ़ का खतरा खड़ा हो सकता है। माताटीला और कानपुर से लगातार पानी छोड़ने के कारण लगभग एक हफ्ते में बाढ़ के आसार बन गए हैं। पानी बढ़ने की आशंका को देखते हुए सिंचाई विभाग ने स्लूज गेट बंद कर दिया है।

माताटीला बैराज से रविवार को पांच लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जो इलाहाबाद पहुंचने वाला है। कानपुर से भी रविवार को चार लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है यह पानी भी दो दिन में इलाहाबाद आ जाएगा। इस स्थिति में टोंस में अगर हमीरपुर और चिल्लाघाट का भी पानी आया तो इलाहाबाद में बाढ़ के हालात बन जाएंगे। तेजी से आ रहे पानी को देखते हुए प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है।

यमुना में लगातार पानी बढ़ने से बाढ़ की आशंका और अधिक बढ़ गई है। इसे देखते हुए जिलाधिकारी के निर्देश पर सिंचाई विभाग ने बक्शी बांध स्थित स्लूज गेट को बंद करने का निर्देश दे दिया है। सिंचाई विभाग के एक्सईएन मनोज सिंह का कहना है कि अगर मध्य प्रदेश में लगातार बारिश होती रही तो दो दिन बाद जलस्तर और अधिक बढ़ने की आशंका है। तटीय इलाकों में लोगों ने अपना सामान बांधना शुरू कर दिया है।

इन इलाकों में बाढ़ का खतरा

मोरी दारागंज, छोटा बघाड़ा, सलोरी, राजापुर, नेवादा, बेलीगांव, तेलियरगंज, शंकरघाट, गऊघाट आदि क्षेत्र ऐसे हैं जो सबसे पहले बाढ़ की जद में आएंगे।

बारिश हुई तो होगी मुश्किल

स्लूज गेट बंद होने का सबसे बड़ा खतरा शहर को आने वाले दिनों में होगा। अगर बारिश हो गई तो शहर में जलभराव की स्थित भयावह हो जाएगी। ऐसे में अल्लापुर, जार्जटाउन, बैरहना, रामबाग और कीडगंज जैसे दर्जनभर मोहल्लों जलभराव की स्थित होगी। शहरभर की खुदी हुईं सड़कें कोढ़ में खाज का काम करेंगी। सात सितंबर से दधिकांधो मेला भी शुरू हो रहा है। पूर्व पार्षद शिव सेवक सिंह और पार्षद कमलेश सिंह ने बताया कि मोरी गेट पर 10 क्सूयेक क्षमता वाला एक पंप भी खराब पड़ा है। ऐसे में जलभराव होने से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल होगा।

रविवार को यह रही स्थिति

जलस्तर

फाफामऊ (गंगा) 80.320 मीटर

छतनाग (गंगा) 78.530 मीटर

नैनी (यमुना) 79.100 मीटर

छोड़ा गया पानी

हरिद्वार 93158 क्यूसेक

नरौरा 200483 क्यूसेक

कानपुर 418364 क्यूसेक

माताटीला 500000 क्यूसेक

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