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जिले में बढ़ता जा रहा है बुखार का प्रकोप, हर आ रहे सैकड़ों मरीज

-जिला स्तरीय अस्पतालों सहित निजी नर्सिंगहोम और सीएचसी-पीएचसी पर बुखार के मरीजों की भीड़ ...

जिले में बढ़ता जा रहा है बुखार का प्रकोप, हर आ रहे सैकड़ों मरीज
हिन्दुस्तान टीम,अलीगढ़Tue, 19 Oct 2021 08:20 PM
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-जिला स्तरीय अस्पतालों सहित निजी नर्सिंगहोम और सीएचसी-पीएचसी पर बुखार के मरीजों की भीड़

-अस्पतालों की ओपीडी में 40 से 50 फीसद तक आ रहे बुखार के मरीज, सबसे ज्यादा वायरल फीवर

अलीगढ़, कार्यालय संवादाता। जिले में बुखार कहर बढ़ता ही जा रहा है। बच्चे से लेकर बड़ों तक बुखार की चपेट में आ रहे हैं। आश्चर्य की बात तो यह है कि बुखार होने से मरीजों का व्लेटलेट्स तेजी से गिर रहा हे। जिससे मलेरिया और डेंगू की संभावना बढ़ जा रही है। सही समय पर इलाज न मिलने पर मरीजों की जान तक पर बन आती है। जिले में सैकड़ों मरीज बुखार के मिल रहे हैं।

बुखार से पूरा जिला तप रहा है। मंगलवार को अवकाश होने की वजह से ओपीडी 11 बजे तक ही थर। मगर इस दौरान भी अस्पताल में मरीजों की भीड़ लगी रही है। डीडीयू अस्पताल व जिला अस्पताल की ओपीडी और इमरजेंसी वार्ड में मरीजों का भरे रहे। ओपीडी में चेकअप के दौरान मरीजों की हालत गंभीर देख डॉक्टर ने कईयों को भर्ती भी कराया। इससे पहले अस्पताल के विभिन्न वार्डों में भर्ती हर तीसरा मरीज बुखार का है। जिनका इलाज चल रहा है। अस्पताल प्रशासन की माने तो इमरजेंसी से लेकर जनरल वार्ड मरीजों से भरा पड़ा है।

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स्टाफ की कमी बनी मुसीबत

अलीगढ़। डीडीयू अस्पताल और जिला अस्पताल में पैरामेडिकल स्टाफ की कमी से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। बुखार तेज होने और दर्द से परेशान मरीजों के तीमारदार स्टाफ को एक ही समय में बुलाने पहुंच जाते है। जिसके कारण स्टाफ भी दिक्कत में आ जाता है। पहले किस पेसेंट को अटेंड करें यह नहीं समझ पाते। कई बार तो उन्हें तीमारदारों के नाराजगी का भी सामना करना पड़ता है। फिर भी स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट और वार्ड ब्वाय पूरी तत्परता से मरीजों की देखभाल करने में जुटे हैं।

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बुखार से यह हैं बचाव के उपाय

: तेज बुखार आने पर माथे और सुंडी पर गर्म ठंडी पट्टी रखें।

: घर में पैराटासीमॉल अवश्य रखें।

:पानी का सेवन अधिक करें।

: उल्टी-दस्त पर नीबू, नमक और चीनी का घोल लें।

: आराम मिलने पर नजदीकी चिकित्सक से परामर्श लें।

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अस्पताल में इन दिनों बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। गंभीर मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है। ओपीडी में आने वाले 100 मरीजों में से 60 बुखार के आ रहे है। । यह सभी सर्दी, जुखाव व बुखार से परेशान रहते है। बुखार से प्लेटलेट्स डाउन हो जाता है। अगर अस्पताल में ऐसे में मरीज मिले तो उन्हें मेउिकल कालेज रेफर कर दिया जाता है। मगर अभी तक इस तरह का कोई केस अस्पताल में नहीं आया है। डॉ. अंकुर

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बुखार के सबसे ज्यादा मरीज आ रहे हैं। इनमें टायफाइड और मलेरिया के मरीज हैं। बहुत से मरीजों डायरिया से पीड़ित भी आ रहे हैं। ऐसे में उन्हें सबसे ज्यादा परेशानी होती है। बुखार में मरीजों को बहुत सावधानी बरतनी पड़ती है। कारण बुखार में प्लेटलेट कम हो जाता है। जिससे खतरा बढ़ जाता है। गंभीर मरीजों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया जाता है। डॉ. अनिरुद्ध महेश्वरी, फिजीशयन

वर्जन

अस्पताल में जरूरत की सारी दवाएं उपलब्ध है। मरीजों को दवाएं दी जा रही है। यही नहीं अस्पताल मे भर्ती मरीजों का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। स्टाफ की कमी तो है ही, मगर इसके बावजूद सीमित मानव संसाधन में बेहतर कार्य किए जा रहे है। डॉ. अनुपम भाष्कर, सीएमएस, डीडीयू अस्पताल

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