स्वच्छता दूत-15: अलीगढ़ में कॉलोनी और स्टेशन तक स्वच्छ रखती हैं ये महिलाएं
अलीगढ़ के मैरिस रोड शहर के पॉश इलाकों में शामिल है। इस रोड पर जहां कूड़े का ढेर लगता था वहां अब सफाई नजर आती है। इसके लिए श्रेया बोथरा ने अपने अपार्टमेंट में रहने वाले परिवारों को साथ जोड़ा। अब कूड़ा एक...
अलीगढ़ के मैरिस रोड शहर के पॉश इलाकों में शामिल है। इस रोड पर जहां कूड़े का ढेर लगता था वहां अब सफाई नजर आती है। इसके लिए श्रेया बोथरा ने अपने अपार्टमेंट में रहने वाले परिवारों को साथ जोड़ा। अब कूड़ा एक कंटेनर में एकत्रित होता है। जिसे नगर निगम की गाड़ी ले जाती है।
राजश्री सादानी और श्रेया बोथरा आम महिलाओं की तरह गृहणी हैं, लेकिन इनके द्वारा जो पहल की गई वह पूरे देश के लिए मिसाल साबित हुई है। एक छोटी सी शुरुआत कर रेलवे स्टेशन को स्वच्छ और सुंदर बनाने की मन में ठानी और फिर कारवां बनता चला गया। इन्होंने स्टेशन और शहर के लिए जो किया उसकी सराहना खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मन की बात कार्यक्रम में कर चुके हैं। इतना ही नहीं पीएमओ बुलाकर स्वच्छता की अलख जगाने वाली इन महिलाओं व पूरी टीम का उत्साहवर्धन भी किया गया था।
मैरिस रोड निवासी श्रेया बोथरा और सादानी भवन निवासी राजश्री सादानी और उनकी पूरी टीम द्वारा अलीगढ़ जंक्शन को जो एक नया रूप दिया गया है। उसकी तारीफ स्टेशन उतरने वाले हर यात्री करता है। स्टेशन को स्वच्छ और सुंदर बनाने की शुरुआत इन दोनों महिलाओं ने जून—2016 में की थी। दोनों एक दिन दिल्ली से लौटकर जब स्टेशन से बाहर निकल रहीं थीं तो स्टेशन के मुख्य द्वार के आसपास फैली गंदगी और दीवार पर गुटखे की पीक के धब्बे देखकर उन्हें काफी अफसोस हुआ। जिसके बाद दोनों ए ग्रेड का दर्जा प्राप्त रेलवे स्टेशन की सूरत बदलने की ठानी। एक महीने में अपनी टीम के साथ मिलकर स्टेशन की दीवारों, फुटओवर ब्रिज बदरंग से सुंदर और आकर्षक बनाया।
राजश्री सादानी ने बताया कि रेलवे स्टेशन तो एक छोटी सी शुरुआत है। हम चाहते हैं कि इसी तरह से शहर की प्रत्येक दीवार को सुंदर बनाया जाए। ताकि वहां गंदगी न फैले और शहर स्वच्छ रहे।
श्रेया बोथरा ने बताया कि स्टेशन को स्वच्छ और सुंदर बनाने के पीछे मकसद है कि अन्य लोग भी अपनी जिम्मेदारी को समझें और अपने शहर को साफ-सुथरा बनाएं।