तीन माह बाद अब पुष्टाहार का किया जाएगा वितरण
Aligarh News - अलीगढ़ में आंगनबाड़ी केंद्रों पर नौनिहालों और गर्भवती महिलाओं को तीन महीने बाद पुष्टाहार का वितरण शुरू होगा। अक्टूबर से दिसंबर तक कोर्ट केस के कारण वितरण बंद था। शासन ने जनवरी से वितरण का आदेश दिया...

फोटो.. -कोर्ट में केस होने के कारण तीन माह से पुष्टाहार का नहीं हो रहा था वितरण
-आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों व गर्भवती महिलाओं को दिया जाता है पुष्टाहार
-अक्टूबर से बंद था पुष्टाहार वितरण कार्यक्रम, आदेश आते ही शुरू हुई तैयारी
-जिला बाल विकास विभाग ने नेफेड को वितरण के लिए खाद्य सामग्री आपूर्ति को दिए निर्देश
अलीगढ़, वरिष्ठ संवाददाता
आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत नौनिहाल व गर्भवती महिलाओं को तीन माह बाद पुष्टाहार का वितरण होगा। शासन ने पुष्टाहार वितरण को लेकर आदेश जारी कर दिया है। नए साल में नौनिहालों व गर्भवती महिलाओं को जनवरी माह से पुष्टाहार मिलना शुरू हो जाएगा। हालांकि वितरण का आदेश केवल अगले तीन माह के लिए ही आया है। वितरण का आदेश आने जिला कार्यक्रम अधिकारी ने पुष्टाहार सामग्री उपलब्ध कराने वाली एजेंसियों को निर्देशित कर दिया है।
जनपद समेत सूबे के सभी जिलों में अक्टूबर से दिसंबर तक पुष्टाहार नहीं बटा था। कोर्ट केस के कारण वितरण प्रक्रिया पर रोक लगी थी। जनपद में 3039 आंगनबाड़ी केंद्रों पर करीब 3.5 लाख नौनिहालों को पुष्टाहार दिया जाता है। कुपोषित बच्चों पोषण मुहैया कराने के लिए पुष्टाहार सामग्री दी जाती है। 2021 से पहले इन सभी केंद्रों पर नौनिहाल व गर्भवती महिलाओं को पुष्टाहार के रूप में पंजीरी दी जाती थी, लेकिन शासनादेश में बदलाव के बाद केंद्रों पर सूखा राशन का वितरण करने के निर्देश दिए गए। लाभार्थियों को गेहूं, चावल, चना के साथ तेल दिया जाता है। नैफेड व एनआरएलएम के माध्यम से सूखे राशन की आपूर्ति कराई जाती है। माह में एक बार राशन का वितरण होता है। इसकी गुणवत्ता पर सवाल उठे थे, जिसके बाद मामला कोर्ट में विचाराधीन है।
इस तरह से किया जाता है वितरण
-सूखे राशन का वितरण माह में एक बार किया जाता है। छह माह से तीन साल के बच्चे को एक किलो गेहूं, एक किलो चावल, एक किलो चना व 455 ग्राम तेल का वितरण होता है। तीन साल से छह साल के बच्चों को आधा किलो चावल, आधा किलो गेहूं व आधा किलो चना दिया जाता है। गर्भवती महिलाओं को डेढ़ किलो गेहूं, एक किलो चावल, एक किलो चना व 455 ग्राम तेल मिलता है। अतिकुपोषित बच्चों को हर महीने डेढ़ किलो गेहूं, डेढ़ किलो चावल व दो किला चना व 455 ग्राम तेल मिलता है। पुष्टाहार का वितरण कुपोषित बच्चों की संख्या कम करने के लिए होती है। सितंबर 2024 में जनपद में कुल 1677 सैम श्रेणी के बच्चे थे जो वर्तमान में 2000 हो गए हैं।
जनवरी में पुष्टाहार का वितरण होगा
-जिला कार्यक्रम अधिकारी कृष्णकांत राय ने बताया कि पुष्टाहार वितरण का आदेश आ गया है। आपूर्ति कराने के लिए संबंधित एजेंसियों को पत्र लिखा गया है। जनवरी के शुरूआत में ही पुष्टाहार का वितरण करा दिया जाएगा। आदेश केवल तीन माह के लिए ही आया है।
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