बाल पथ संचलन: कंकड़ पत्थर नहीं यह भारत की माटी हमको सब कुछ है देती: विभाग प्रचारक
Aligarh News - राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा वीर बाल दिवस के उपलक्ष्य में पहली बार बाल स्वयंसेवकों का पथ संचलन आयोजित किया गया। एचबी इंटर कॉलेज में विभाग प्रचारक गोविंद ने बच्चों को संबोधित करते हुए भारत की माटी के...

बाल पथ संचलन: कंकड़ पत्थर नहीं यह भारत की माटी हमको सब कुछ है देती: विभाग प्रचारक -आरएसएस की ओर से वीर बाल दिवस के उपलक्ष्य में निकाला गया बाल पथ संचलन
-पहली बार संघ के पथ संचलन में बाल स्वयंसेवक कदमताल करते हुए दिखे
-एचबी इंटर कॉलेज में संघ के विभाग प्रचारक गोविंद ने बाल स्वयंसेवकों को किया संबोधित
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अलीगढ़। वरिष्ठ संवाददाता। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से गुरु गोविंद सिंह के चारों साहिबजादों के बलिदान दिवस के उपलक्ष्य में वीर बाल दिवस को लेकर पहली बाल स्वयंसेवकों का पथ संचलन निकाला गया। रविवार को अचलताल स्थित एचबी इंटर कालेज से बाल स्वयंसेवक कदम से कदमताल करते हुए निकले।
पथ संचलन से पूर्व एचबी इंटर कॉलेज में बाल स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता विभाग प्रचारक गोविंद ने कहा कि हनुमानजी ने बाल रूप में ही तमाम कार्य किए। आप सभी भी बाल स्वरूप हैं, आप में भी हनुमान जी का स्वरूप विद्यमान हैं। आपके अंदर भी हनुमान जैसी शक्ति विद्यमान है। भगवान राम और कृष्ण के जीवन में बाल समय में तमाम कठिनाइया आईं मगर वह घबराए नहीं। क्योंकि उन्हें बड़ा लक्ष्य साधना था। विभाग प्रचारक ने कहा कि एक बार संघ के द्वितीय सर संघचालक जमीन पर कील लगा रहे थे, तभी उनकी मां ने देख लिया। उन्होंने कहा कि जिस तरह तू धरती में कील ठोक रहा है यदि मेरे सीने में कील ठोक तो तुझे कैसा लगेगा। गुरुजी भावुक हो गए, उन्होंने कहा कि मां तुझे तो बहुत दर्द होगा। फिर गुरुजी की मां ने कहा इसी प्रकार धरती मां को भी कष्ट हो रहा होगा। हम जिस जमीन पर बैठे हैं वो हमारी धरती मां है। इस धरती मां पर घर बनाते हैं। इसी पर फसल उगाते हैं। पेड़ पौधे भी धरती मां पर उगते हैं। इसलिए धरती मां का हमारे जीवन में कितना महत्व है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद के धरती मां के प्रति प्रेम देखिए। विदेश यात्रा से आने के बाद भारत आए तो मिट्टी में लेटने लगे। यह कंकड़ पत्थर रेत नहीं ये तो माता है। यह भारत की माटी हमको सबकुछ देती है, इसलिए इस भारत मां के प्रति कर्तव्य हम सभी का है।
गुरु गोविंद सिंह के चारों पुत्रों का बलिदान हमें याद रखना है। सरहिंद की दीवार में चुनवाने से पहले जब जोरावर सिंह और फतेह सिंह को इस्लाम कबूल करने के लिए कहा गया तो उन्होंने इंकार कर दिया। जोरावर जोर से बोला, फतेह सिंह शेर सा बोला। रखो ईंटें भरो गारे, चुनो दीवार हत्यारे। हमारी सांस बोलेगी, हमारी लाश बोलेगी। यही दीवार बोलेगी, हजारों बार बोलेगी। बाल स्वयंसेवकों को विशिष्ट अतिथि रोहिन कपूर, अध्यक्ष दीपक सिंह ने भी संबोधित किया। इस दौरान महानगर संघचालक अजय सर्राफ, विभाग शारीरिक प्रमुख धीरज, सह महानगर संघचालक देवेंद्र हनुमान, महानगर प्रचारक विक्रांत, कार्यवाह रतन कुमार, सह महानगर कार्यवाह, पंकज, प्रचार प्रमुख दलवीर सिंह, घोष प्रमुख प्रीतम सिंह, प्रणय, रोहित केला विद्यार्थी प्रचारक अवनीश महानगर विद्यार्थी प्रमुख हिमांशु चंद्रशेखर, शारीरिक प्रमुख प्रशांत एवं देव उपस्थित रहे।
0-हर तरफ गूंजा वंदेमातरम
एचबी इंटर कॉलेज से निकले पथ संचलन को देखकर हर किसी में देशभक्ति हिलोरे मारने लगी। जिन मार्गो से संचलन निकाला वहां लोगों ने पुष्पवर्षा कर बच्चों का अभिनंदन किया। सभी बाल स्वयंसेवक कदम से कदमताल करते हुए आगे बढ़ रहे थे। पथ संचलन का दुबे के पड़ाव, मीनाक्षी पुल, महाजन होटल से सुरेंद्रनगर, विष्णुपुरी होते हुए नौरंगाबाद पहुंचा तो डीएवी कॉलेज के सामने विभाग प्रचार प्रमुख भूपेंद्र शर्मा ने सभी कार्यकर्ताओं के साथ फूलों की बारिश करके बाल स्वयंसेवकों का अभिनंदन किया।
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