संशोधित : दीन दयाल अस्पताल में अल्ट्रासाउंड और ईसीजी बंद
- दीन दयाल अस्पताल में छह माह से बंद है अल्ट्रासाउंड और ईसीजी
- दीन दयाल अस्पताल में छह माह से बंद है अल्ट्रासाउंड और ईसीजी
- अल्ट्रासाउंड के लिए मरीजों को भेजा रहे मलखान सिंह अस्पताल
- मलखान सिंह में भी मरीजों की लंबी लाइन, लौट रहे वापस
फोटो 000
अलीगढ़ । कार्यालय संवाददाता
दीन दयाल अस्पताल में करीब छह माह से अल्ट्रासाउंड और ईसीजी की सेवा ठप है। जिसके कारण सैकड़ों मरीजों को भटकना पड़ रहा है। अस्पताल के डॉक्टर भी अल्ट्रासाउंड और ईसीजी के लिए लिखने से बच रहे हैं। इमरजेंसी मामले को मलखान सिंह और महिला अस्पताल को भेजा जा रहा है। जिससे मरीज को और परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
शहर के बीचो बीच स्थित दीन दयाल अस्पताल में व्यवस्थाओं की बदहाली चल रही है। अस्पताल में प्रतिदिन 1200 से अधिक की ओपीडी होती है। लेकिन मरीजों को सुविधाओं के नाम पर दूसरे अस्पताल भेजा जा रहा है। अस्पताल में छह माह से अल्ट्रासाउंड और ईसीजी के सेवा ठप पड़ी है। अगर कोई मरीज अल्ट्रासाउंड और ईसीजी के लिए आता है तो उसे मलखान सिंह जिला अस्पताल या मोहन लाल गौतम महिला अस्पताल जाकर कराने को कहा जाता है। रेडियोलॉजिस्ट डॉ. जगमोहन के तबादले के बाद किसी डॉक्टर को नियुक्त नहीं किया गया। तब से ही अल्ट्रासाउंड कार्य ठप है। वहीं ईसीजी रूम भी छह माह से अधिक से बंद पड़ा है। ईसीजी टेक्नीशियन के जाने के बाद भी उसकी भी तैनाती नहीं की गई। ऐसे में अस्पताल आने वाले सैकड़ों मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दूसरी ओर हड्डी के डॉक्टर नहीं होने से भी मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है। ईएनटी सर्जन द्वारा हड्डी के मरीजों को देखा जा रहा है।
ओपीडी नहीं मिले एक भी डॉक्टर, भटकते रहे मरीज
अलीगढ़ । दीन दयाल अस्पताल में गुरुवार को एक अव्यवस्था देखने को मिली। सुबह 11 बजे ओपीडी किसी कमरे में डॉक्टर नजर नहीं आए। डॉक्टर के इंतजार में मरीज फर्श और लाइन लगाकर खड़े। अटेंडेंट से पूछने पर भी नहीं बताया जा रहा था कि डॉक्टर कब आएंगे। मेडिसिन विभाग से लेकर एनसीडी सेल, फीवर क्लीनिक होम्योपैथ क्लीनिक, रैबीज क्लीनिक सब खाली पड़े रहे। डॉक्टर नहीं होने कारण मरीज इधर उधर भटकते नजर आए। वहीं दवा वितरण करने वाले कर्मचारी भी दवा न बांटकर आपस में गपशप करते रहे। मरीज खिड़की से चिल्लाते रहे पर सुनी नहीं।
डॉ. जगमोहन के जाने के बाद किसी रेडियोलॉजिस्ट को तैनात नहीं किया गया। डॉक्टर की तैनाती के लिए एडी हेल्थ और सीएमओ कार्यालय को पत्र लिखा गया है। डॉक्टर की तैनाती होते ही अल्ट्रासाउंड को शुरू करा दिया जाएगा।
डॉ. अनुपम भास्कर, सीएमएस डीडीयू