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श्रावण मास में मंदिरों में शुरू हुई तैयारियां

श्रावण मास को लेकर मंदिरों में तैयारियां शुरू हो गई हैं। शुक्रवार को अचलताल स्थित अचलेश्वर मंदिर पर तैयारियां शुरू कर दी...

श्रावण मास में मंदिरों में शुरू हुई तैयारियां
हिन्दुस्तान टीम,अलीगढ़Sat, 28 Jul 2018 02:18 AM
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श्रावण मास को लेकर मंदिरों में तैयारियां शुरू हो गई हैं। शुक्रवार को अचलताल स्थित अचलेश्वर मंदिर पर तैयारियां शुरू कर दी गई। शनिवार को पूरे मंदिर को रंग बिरंगी लाइटों से सजा दिया जाएगा। पूरे महीने शिवजी का जलाभिषेक किया जाएगा। इसी के साथ ही चारों सोमवार को भजन संध्या का आयोजन भी होगा।

आज से सावन महीने की शुरुआत हो रही है। ऐसे में सावन के पहले सोमवार को देखते हुए मंदिरों पर भी तैयारियां शुरू कर दी गई है। यूं तो सोमवार का दिन भगवान शिव का होता है, लेकिन सावन के सोमवार का अलग ही महत्व है। इस दिन भगवान शिव की अराधना , व्रत करने से व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी होती है। अचलताल पर बसा अचलेश्वर मंदिर महानगर के प्राचीन मंदिरों में से एक है। यहां पर जो भी वयक्ति पूरी श्रद्धा के साथ भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक और पूजा करता है उसकी भगवान पूरी मनोकामना करते है। मंदिर के प्रमुख सेवादार नन्नूमल गुप्ता बताते है कि यह मंदिर 200 वर्ष पुराना है। जो भी श्रद्धालु भक्तिभाव से भगवान भोले नाथ का 40 दिन लगातार जलाभिषेक करता है उसकी हर मनोकामना अचलेश्वर महाराज पूरा करते है। बताया कि मंदिर में भगवान शिव की पिंडी समय समय पर अपना रंग भी बदलती है। वहीं सावन महीने के कार्यक्रमों पर उन्होंने बताया कि पहले सोमवार 30 जुलाई शाम सात बजे से बाबा नीम करौरी की भजना संध्या होगी। दूसरे सोमवार छह अगस्त को म्यूजिक ग्रुप द्वारा भजन संध्या का आयोजन होगा। तीसरे सोमवार 13 अगस्त को शिव-पार्वती विवाह और सावन के आखिरी सोमवार 20 अगस्त को सुंदरकांड पाठ का आयोजन मंदिर प्रांगण में किया जाएगा। पूरे मास भगवान शिव का जलाभिषेक रहेगा। सोमवार को भगवान शिव पर जल चढ़ाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए तैयारियां की जा रही है।

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