पिसावा : करवाचौथ की खरीददारी को बाजार में रही रौनक
पिसावा। कस्बा में करवाचौथ की खरीददारी के लिए बाजारों में जमकर रौनक रही।...

पिसावा। कस्बा में करवाचौथ की खरीददारी के लिए बाजारों में जमकर रौनक रही। महिलाओं ने भी पूरे उत्साह के साथ खरीददारी की। रविवार सुबह से ही बाजार में भी काफी भीड़ भाड रही, महिलाओं द्वारा जमकर खरीददारी की गई। सोलह श्रृंगार के लिए महिलाओं ने सौन्दर्य, कपड़े, ब्यूटी पार्लर, ज्वैलर्स आदि दुकानों पर महिलाओं की काफी भीड़ रही। सिलाई सेंटरों पर सिलाई के लिये कपड़े देने व अपने सिले कपडों को लेने के लिए महिलाओं का काफी उत्साह रहा । मिठाईयों की दुकान पर चीनी के करवा बनाने का कार्य भी तेजी से हो रहा है। वहीं मिट्टी के करवे व दीपक भी बाजार में खूब बिके। दुकानदारों ने बताया कि लॉकडाउन के कारण बाजार में चल रही सुस्ती के बाद अब बाजारों में रौनक लौटनी शुरू हुई है।
फोटो नं. 1 पिसावा के सौन्दर्य प्रसाधन की दुकान पर खरीददारी करती महिलाएं
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द्वितीय विश्व युद्ध की कहानी सुनाने वाले बाबा का निधन
चण्डौस। बच्चों को द्वितीय विश्व युद्ध की कहानियां अब सुनने को नहीं मिलेंगी। द्वितीय विश्व युद्ध की यादें अपने सीने में सजोंकर रखने वाले गांव के दादा ज्वाला सिंह चौहान का रविवार को निधन हो गया। दस्तावेजों में तो उनकी उम्र 102 साल है, लेकिन ग्रामीणों व परिजनों ने दावा किया कि उनकी उम्र 128 साल के करीब थी।
जानकारी के अनुसार गांव पहावटी के ज्वाला सिंह चौहान किसान थे और गांव के बच्चों में खूब चर्चित थे। क्योंकि वह बच्चों को द्वितीय विश्व युद्ध के बारे में बताया करते थे और कहानियां सुनाते थे। उनके बड़े बेटे ने बताया कि उनके पिता की उम्र 128 साल है, जबकि उनके बेटे ने अपनी उम्र 95 वर्ष बतार्इ। परिवारजनों ने बताया कि ज्वाला सिंह पूरी तरह से शाकाहारी थे और सात्विक भोजन को ही वह अपनी लंबी उम्र का राज बताते थे। ज्वाला सिंह ग्रामीणों को द्वितीय विश्व युद्ध की बातें बताया करते थे। ज्वाला सिंह के परिवार में 28 लोग मौजूद है, और बडे बेटे की उम्र 95 वर्ष बताई जा रही है।
फोटो नं0 2 फाइल फोटो ज्वाला सिंह
