कुख्यात विनोद जाट पर अलीगढ़ पुलिस-प्रशासन द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) की कार्यवाही की गई है। प्रशासन द्वारा रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। कुख्यात विनोद वर्तमान में आगरा जेल में बंद हैं। उस पर अलीगढ़, झांसी, आगरा, मथुरा सहित अन्य जनपदों में विभिन्न धाराओं के 28 मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस के अनुसार संगठित गिरोह का गैंग लीडर विनोद जाट निवासी महामोनी थाना मुरसान (हाथरस) उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही था। आगरा में तैनाती के दौरान वह अपराधिक गतिविधियों में संलिप्त हो गया था। इसके बाद शासन ने बर्खास्त कर दिया था। वर्तमान में वह आगरा की जेल में है। इगलास थाने में विनोद पर पूर्व में गैंगस्टर की कार्रवाई भी की जा चुकी है। इसके द्वारा किए गए आपराधिक कृत्यों से अक्सर लोक व्यवस्था को गम्भीर खतरा बना रहता है। विनोद जाट बीते वर्ष लोहा कारोबारी के अपहरण कांड का मास्टर माइंड भी था। गांव भौंरा गौरवा के निकट हरी लक्ष्मी एलॉयल प्राइवेट लिमिटेड के स्वामी सुरेंद्र कुमार जिंदल 16 जून की सुबह अलीगढ़-मथुरा मार्ग से गांव भौंरा गौरवा को जाने वाले लिंक मार्ग पर स्कॉपियों सवार वर्दीधारी बदमाशों ने गाड़ी को रोक लिया था। बदमाशों ने स्वयं को एसओजी से बताया और कहा, तुम्हारे खिलाफ मुकदमा है थाने चलो। विरोध करने पर मारपीट करके उसकी ही गाड़ी में डालकर ले गए। इसके बाद कारोबारी के फोन से उसकी पत्नी रति उर्फ लक्ष्मी से फोन पर 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी। बाद में हाथरस रोड पर भट्ठा के समीप बदमाशों ने फिरौती में छह लाख रुपये लेकर व्यवसायी को छोड़ दिया था। विनोद जाट ने ही अपने साथियों ने साथ कारोबारी का अपहरण किया था।
0-यह विनोद का पूरा गैंग
विनोद जाट पुत्र राजवीर सिंह निवासी महामौनी थाना मुरसान (हाथरस), जयपाल पुत्र परसादीलाल निवासी नगला हरकरना थाना इगलास (अलीगढ़), मुकेश उर्फ पिंटू पुत्र विजेंद्र सिंह निवासी सरसा थाना राया (मथुरा), संतोष पुत्र रामबिहारी निवासी महामौनी थाना मुरसान (हाथरस)का अंतरराज्यीय संगठित गिरोह है। गैंग का सदस्य जयपाल भी उत्तर प्रदेश पुलिस का बर्खास्त सिपाही है।
0-वर्जन
कुख्यात विनोद जाट पर एनएसए लगाई गई है। वह वर्तमान में आगरा जेल में बंद हैं। इस पर 28 से अधिक मुकदमें कई जिलों में दर्ज हैं।
-चंद्रभूषण सिंह, डीएम