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नई शराब नीति ने बिगाड़ा कारोबारियों का गणित

वर्ष 2018-19 के लिए बनाई गई सूबे की नई शराब नीति ने पुराने कारोबारियों का गणित बिगाड़ दिया है। अधिकतम दो दुकान के नियम से जहां कारोबारी चिंतित...

नई शराब नीति ने बिगाड़ा कारोबारियों का गणित
हिन्दुस्तान टीम,अलीगढ़Sun, 28 Jan 2018 01:18 AM
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वर्ष 2018-19 के लिए बनाई गई सूबे की नई शराब नीति ने पुराने कारोबारियों का गणित बिगाड़ दिया है। अधिकतम दो दुकान के नियम से जहां कारोबारी चिंतित हैं। वहीं बड़ी समस्या हैसियत प्रमाण पत्र अनिवार्य करने की है। वहीं विभागीय अधिकारी इसलिए परेशान हैं कि अब तक जिले की कई देशी व बीयर दुकानों का व्यवस्थापन नहीं हो सका है। शुक्रवार को आबकारी विभाग के डिप्टी कमिश्नर रविशंकर त्रिपाठी ने प्रमुख कारोबारियों के साथ बैठक भी की। कारोबारियों ने कहा कि नई नीति के तहत कारोबार करना मुश्किल हो जाएगा।

नई पॉलिसी में सरकार द्वारा कई बड़े बदलाव किए गए हैं। नई पॉलिसी एक नाम से दो दुकानों तक ही दिए जाने का प्रावधान लागू करने के पीछे मंशा है कि बड़े ग्रुपों का शराब कारोबार पर वर्चस्व समाप्त होगा और नए कारोबारियों को आगे आने का मौका मिलेगा। बैठक में डिप्टी कमिश्नर आबकारी ने कारोबारियों के साथ नई पॉलिसी पर चर्चा की। जिसमें कारोबारियों ने कहा कि देशी शराब का सरकार ने कोटा बढ़ाने का फैसला लिया है। जबकि अभी जितना कोटा है। उसे खपाना ही भारी पड़ रहा है। बार कोड से शराब की बिक्री होगी। कम्प्यूटराइज्ड बिल दिया जाएगा। जबकि देहात क्षेत्रों में चलने वाली कई दुकानों में बिजली ही नहीं है।

हैसियत प्रमाण पत्र अनिवार्य होने से कारोबारी एक ही शहर में ब्लॉक होकर रह जाएगा। क्योंकि अगर किसी कारोबारी का एक करोड़ रुपए का हैसियत प्रमाण पत्र है और दुकान के लिए लगा देगा तो वह जमा हो जाएगा। उस स्थिति में वह दूसरे शहर में दुकान के लिए आवेदन नहीं कर सकता। वहीं हैसियत प्रमाण एक महीने से पहले नहीं बन पाएगा।

0-पुरानी दुकानें उठ नहीं सकीं नई शराब नीति की तैयारी

सरकार ने नई शराब नीति जारी करने विभागीय स्तर पर आदेश जारी कर दिए हैं। वहीं जिले में हाल यह है कि वर्ष 2017-18 के लिए उठाई जाने वाली देशी शराब की 30 और बीयर की पांच दुकानों का व्यवस्थापन ही नहीं हो सका है। विभाग द्वारा कई व्यवस्थापन को सूचना निकलवाई जा चुकी है, लेकिन कारोबारियों ने घाटे का सौदा होने के चलते दुकानें नहीं ली।

0-जिले में शराब कारोबार की स्थिति

-210 देशी शराब दुकानें

-102 अंग्रेजी शराब दुकानें

-100 बीयर की दुकानें

-11 मॉडल शॉप

-08 बार

नई शराब नीति के संबंध में 30 व 31 जनवरी को लखनऊ बैठक होनी है। नई नीति में हैसियत प्रमाण पत्र अनिवार्य किया गया है। इसके अलावा अन्य कई बदलाव हुए हैं।

-धीरज शर्मा, जिला आबकारी अधिकारी

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