लापता किशोर की हत्या शव जंगल में फैंका, प्रयुक्त रोड बरामद
गुमशुदगी दर्ज के बाद पुलिस ने नहीं दिखायी सक्रियता लापता किशोर की हत्या शव में फैंका, प्रयुक्त...

-मौके से हत्या में प्रयोग की गई रॉड पुलिस ने की बरामद, भाई ने की शिनाख्त
-परिजनों ने थाने में दर्ज कराई थी गुमशुदगी, पुलिस ने नहीं दिखाई सक्रियता
-29 अक्टूबर को घर से क्रिकेट मैच देखने घर से निकला था किशोर
अतरौली/ बरला। हिन्दुस्तान संवाद
क्रिकेट मैच देखने के लिए निकले किशोर का क्षत विक्षिप्त शव रविवार को गांव के जंगल में मिला। हत्यारों ने किशोर की हत्या करने के बाद उसका चेहरा तेजाब से जला दिया था, जिससे शव का स्वरूप काफी बिगड़ चुका था। मृतक के भाई ने शव की शिनाख्त की। किशोर दो दिन पहले गुरुवार को घर से क्रिकेट मैच देखने की बात कहकर निकला था, जिसके बाद वह लापता हो गया था। काफी ढूंढ़ने के बाद भी जब किशोर का पता नहीं चला तो परिजनों ने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
थाना बरला के गांव गाजीपुर में विजयपाल सिंह का 17 वर्षीय पुत्र गनपत सिंह नीरज चौधरी गत 29 अक्टूबर को दोपहर दो बजे गांव में क्रिकेट मैच देखने के लिए कहकर गया था। मगर देर शाम तक घर पर नहीं लौटा तो परिवार के लोगों ने खोजबीन की। काफी ढूंढ़ने के बाद भी जब किशोर का पता नहीं चला तो परिजनों ने 30 अक्टूबर की सुबह को थाने में जाकर गुमशुदगी दर्ज कराई। लेकिन पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज करके किशोर को खोजने के लिए प्रयास के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की। जिसके बाद परिवार को युवक का शव गांव के जंगल में पड़ा मिला। सुबह गांव के लोग जंगल की ओर लकड़ी काटने के लिए जाते हैं। इस दौरान उन्होंने एक शव पड़ा देखा, जिसके बाद लोगों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। शव की सूचना मिलने पर लापता नीरज के बड़े भाई मौके पर पहुंचे तो चेहरा तो विकृत था मगर उन्होंने शव की पहचान अपने भाई नीरज के रूप में की। जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सूचना मिलने पर नीरज के परिवार में कोहराम मच गया। इधर घटना की सूचना पर थाना बरला पुलिस को दी गयी। जहां से सीओ कर्मवीर सिंह व थाना प्रभारी अपनी टीम के आ गये और मामले की जांच शुरू की।
डॉग स्काउट टीम भी पहुंची
किशोर का शव मिलने के बाद पुलिस की डॉग स्काउट टीम भी मौके पर पहुंची। खोजी कुत्ता शव के जरिए पुलिस जंगल में खोजबीन की, जहां उन्हें शव से कुछ ही दूरी पर खून से सनी हुई लोहे की रॉड पड़ी मिली। जिसके बाद पुलिस ने रॉड को कब्जे में लेकर अपनी जांच शुरू की है। मामले के खुलासे के लिए पुलिस अधिकारियों ने दो टीमों का गठन किया है, जो सारे मामले की जांच करेंगी। इलाके के लोगों ने बताया कि नीरज का पता न चलने के कारण परिवार जनों को अनहोनी की आशंका होने लगी थी।
हत्या के बाद है ग्रामीणों में नाराजगी
लोगों ने बताया कि किशोर के गायब होने के तुरंत बाद नीरज की गुमशुदगी का मामला थाने में दर्ज करा दिया गया था। लेकिन पुलिस ने इस मामले में बिल्कुल भी कार्रवाई नहीं की, बल्कि गुमशुदगी दर्ज करने के बाद परिजनों पर ही किशोर को तलाशने की जिम्मेदारी सौंप दी। ऐसे में जब किशोर का शव मिला तो लोग गुस्से से भर उठे। लोगों का यह भी मानना है कि पहले दिन ही नीरज की हत्या कर दी गई थी। क्योंकि हत्या करने के बाद शव को जलाया भी गया है, जिससे कि उसकी पहचान न हो सके।
मोबाइल के जरिए हत्यारों तक पहुंचने का रास्ता खोज रही पुलिस
परिजनों ने पुलिस को बताया कि नीरज का मोबाइल हत्यारों के पास चल रहा था। नंबर पर फोन करने पर मिस कॉल जाती थी। लेकिन हत्यारों ने इसे बाद में नीरज के भाई और बहन के नंबर पर डायवर्ट कर दिया। अब पुलिस इन मोबाइल व कॉल के जरिए हत्या का सुराग लगाने में जुटी है। सर्विलांस टीम को कॉल के माध्यम से हत्यारों की लोकेशन खोजने के लिए निर्देश दिए गए हैं। पुलिस अधिकारियों ने दावा किया कि जल्दी ही हत्या के राज को खोला जाएगा।
वर्जन-
हत्या के खुलाने के लिए पुलिस सभी तथ्यों की बारीकी से जांच कर रही है। हत्या करने वाले बच नहीं पाएगें। मृतक का मोबाइल और उसमें आने वाली मिस कॉल घटना के खुलासे में अहम भूमिका निभा सकती हैं, इसलिए टीम को एलर्ट कर दिया गया है कि जल्दी मामले का खुलासा हो। परिजनों की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। हत्यारों का सुराग लगाने के लिए पुलिस की दो टीमें बनाई गयी है।
-कर्मवीर सिंह, सीओ
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