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अलीगढ़ में अपहरण कर किशोर की हत्या, 10 लाख की फिरौती मांगी

थाना बन्नादेवी क्षेत्र से करीब 15 दिन अपहरण किये गये किशोर की निर्मम हत्या कर शव बोरे में बंद कर नाले में फेंक दिया। बुधवार को हत्या के करीब 15 दिनों बाद बदमाशों ने किशोर के घर फोन कर 10 लाख रुपये की...

अलीगढ़ में अपहरण कर किशोर की हत्या, 10 लाख की फिरौती मांगी
कार्यालय संवाददाता। ,अलीगढ़। Thu, 29 Jul 2021 01:26 AM

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थाना बन्नादेवी क्षेत्र से करीब 15 दिन अपहरण किये गये किशोर की निर्मम हत्या कर शव बोरे में बंद कर नाले में फेंक दिया। बुधवार को हत्या के करीब 15 दिनों बाद बदमाशों ने किशोर के घर फोन कर 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी। परिजनों ने थाने पहुंचकर पूरी जानकारी दी। देर रात पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही बदमाशों की निशानदेही पर शव भी बरामद कर लिया गया।  
एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत ने बताया कि लच्छिमपुर बैंक कालोनी में रहने वाले किशन सिंह लोधी घर में ही भट्ठी चलाते हैं। साथ ही मजदूरी पर मूर्तियों की ढलाई का काम करते हैं। किशन सिंह के दो बेटे, एक बेटी में सबसे बड़ा रितिक (16) सारसौल के एक प्राइवेट स्कूल में नवीं कक्षा का छात्र था। 15 जुलाई को वह घर में मोबाइल चला रहा था। इसी बात पर पिता ने उसको डांट दिया। इसके बाद वह मोबाइल घर पर ही छोड़कर लापता हो गया था। वह घर में नहीं दिखा तो परिवार के सदस्यों ने समझा कि वह नाराज होकर कहीं चला गया है। तभी से परिवार उसे खोज रहा था। इसी बीच बुधवार दोपहर करीब घर में ही रखे रितिक के मोबाइल पर अंजान नंबर से कॉल आई। कॉल घर में रही रहने वाली रितिक की चाची गुड़िया ने रिसीव की। कॉलर ने खुद को रितिक का अपहरणकर्ता बताते हुए बच्चे की वापसी के बदले 10 लाख रुपये मांगे। इस पर गुड़िया ने फोन तुरंत अपने पति व रितिक के चाचा पुष्पेंद्र को दे दिया। पुष्पेंद्र ने उसे हड़काकर बात की तो उधर से कहा गया कि बच्चा अगर जिंदा चाहते हो तो 10 लाख रुपये लेकर दिल्ली गली नंबर पांच आ जाओ और इतना कहते ही फोन काट दिया गया। 
कॉल सुनने के बाद परिवार के पैरों तले जमीन खिसक गई। परिवार के सदस्य आनन-फानन में थाना बन्नादेवी पहुंचे और पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुणावत, सीओ द्वितीय मोहसिन खान, बन्नादेवी पुलिस व नगर क्षेत्र की एसओजी व सर्विलांस टीम सक्रिय हो गई। सर्विलांस की मदद से पुलिस ने कॉलर को ट्रेस कर लिया। कॉलर आरव निवासी नगला मसानी निकला। पुलिस ने उसको हिरासत में ले लिया। पुलिस ने उसकी मदद से किशन सिंह के ही पड़ोसी प्रदीप व दूसरी गली में रहने वाले योगेंद्र को दबोच लिया। तीनों को दबोचकर पूछताछ हुई तो उन्होंने पूरी घटना का खुलासा कर दिया। उन्होंने स्वीकारा कि योगेंद्र ने व्यापार के सिलसिले में किशन सिंह से एक लाख रुपया एडवांस लिया था। जो वापस नहीं हो पाया था। इसी विवाद में किशन ने योगेंद्र को धमका दिया था। रंजिश का बदला लेने के लिए ही योगेंद्र के कहने पर रितिक को अगवा कर उसी दिन उसकी हत्या कर शव बोरे में बंद कर टिर्री में लादकर गगन स्कूल के पास नाले में फेंक आए थे। पुलिस ने बदमाशों की निशानदेही पर देर रात शव भी बरामद कर लिया। 

किशोर की रंजिशन हत्या की गई है। हत्या अपहरण करने के चंद घंटे बाद ही करके शव को बारे में डालकर फेक दिया गया था। लेकिन बदमाशों ने करीब 15 दिनों बाद परिजनों को फोन कर रंगदारी मांगी। उससे घटना की परत खुल गई। पुलिस ने तीन बदमाशों को गिरफ्तार करते हुए शव को भी बरामद कर लिया है। टिर्री भी बरामद कर ली गई है। 
कलानिधि नैथानी, एसएसपी

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