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हिमालय की तलहटी का रूद्राक्ष, केरल के काजू की पौध अब अलीगढ़ में तैयार

Aligarh News - अलीगढ़ में वन विभाग की हाईटेक नर्सरी में पहली बार रूद्राक्ष, काजू, सिंदूर, मिलिया दुबिया और चंदन की पौध तैयार की गई है। यह नर्सरी पौधों के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करती है, जिसमें पॉलीहाउस और मिस्ट...

Newswrap हिन्दुस्तान, अलीगढ़Sun, 29 Dec 2024 07:31 PM
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हिमालय की तलहटी का रूद्राक्ष, केरल के काजू की पौध अब अलीगढ़ में तैयार

हिमालय की तलहटी का रूद्राक्ष, केरल के काजू की पौध अब अलीगढ़ में तैयार -वन विभाग की नर्सरी में पहली बार पांच अलग तरह की पौध हैं तैयार की गईं

-जिसमें शिवालिक की पहाड़ियों में होने वाले सिंदूर की पौध भी हैं शामिल

-कर्नाटक की जलवायु में विकसित होने वाले मिलिया दुबिया की पौधे भी तैयार

-वन विभाग की हाईटेक नर्सरी में पौधों के अनुकूल वातावरण को है रखा जाता

-अलीगढ़ मंडल की इकलौती हाईटेक नर्सरी, पहली बार किया किया गया है प्रयोग

फोटो-

अलीगढ़। वरिष्ठ संवाददाता। हिमालय की तलहटी में होने वाले रूद्राक्ष , केरल में होने वाला काजू हो या फिर शिवालिक की पहाडि़यों में होने वाला सिंदू्र। अब अलीगढ़ में भी इनकी पौध तैयार हो रही हैं। वन विभाग की हाईटेक नर्सरी में यह पौध तैयार हो रही हैं। अलीगढ़ मंडल की एक मात्र नर्सरी में इन पौध का उत्पादन करीब छह माह पहले किया गया था। यह पौध के अनुकूल वातावरण को रखा जाता है।

छेरत में वन विभाग की हाईटेक नर्सरी है। जहां विभिन्न प्रजातियों की पौध तैयार की जाती है। यहां कलम या जड़ का प्रयोग कर पौधे तैयार किए जाते हैं। नर्सरी में कर्नाटक में होने वाले मिलिया दुबिया की भी पौध तैयार की जा रही हैं। बेशक जिले की जलवायु इन पौधों के अनुरूप नहीं है। मगर तापमान को यहां स्थिर रखकर पौध विकसित की जाती हैं। दरअसल इन नर्सरी में पॉली हाउस, शेड हाउस, चेंबर व मिस्ट चेंबर बने हुए हैं। जहां जिस पौधे के लिए जितना तापमान चाहिए होता है, उतना ही रखा जाता है। इस पौध में खाद भी प्राकृतिक डाली जाती हैं। पौधों की उपज में किसी मशीन का नहीं, बल्कि स्टैंड, पालीट्यूब्स, रूट रेनर का प्रयोग किया जा रहा है।

0-चंदन की भी पौध की गई तैयार

हाईटेक नर्सरी में चंदन की भी पहली बार पौध तैयार की गई है। वर्तमान में करीब डेढ़ हजार चंदन व चार से पांच हजार मिलिया दूबिया की पौधें नर्सरी में उपलब्ध हैं।

0-कैसे तैयार होती है पौध

नर्सरी में वातावरण नियंत्रण के लिए मिस्ट चेंबर, पॉलीहाउस, शेड हाउस बनाए गए है। यहां केंचुए की खाद को भी मिलाया जाता है। अलग-अलग पौध को उनके विकसित होने के समयानुसार चेंबर में रखा जाता है।

0-20 लाख रुपए से तैयार की गई हाईटेक नर्सरी

वन विभाग के अनुसार 20 लाख रूपए से हाईटेक नर्सरी तैयार की गई है। इसमें अलग-अलग पॉलीहाउस, शेड हाउस व चेंबर बनाए गए हैं।

0-वर्जन

छेरत हाईटेक नर्सरी में रूद्राक्ष, काजू, सिंदर, मिलिया दूबिया, चंदन की पौध तैयार की गई थीं। जिनमें कुछ पौध पर प्रयोग सफल रहा है। अब और नई प्रजातियां यहां लगाने की तैयारी है।

-गौरव कुमार, रेंजर, वन विभाग

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