हेपाटाइटिस का यूनानी चिकित्सा में बेहतर उपचार
एएमयू के अजमल खां तिब्बिया कॉलेज में हेपेटाइटिस दिवस के अवसर पर व्याख्यान हुआ। कार्यक्रम कॉलेज के तहाफ्फुजी व समाजी तिब विभाग की ओर से आयोजित किया...
एएमयू के अजमल खां तिब्बिया कॉलेज में हेपेटाइटिस दिवस के अवसर पर व्याख्यान हुआ। कार्यक्रम कॉलेज के तहाफ्फुजी व समाजी तिब विभाग की ओर से आयोजित किया गया। इसमें हेपेटाइटिस-बी के खतरों के प्रति लोगों को जागरूक करने का आह्वान किया।यूनानी मेडिसन संकाय के पूर्व अधिष्ठाता प्रो. सैयद मौदूद अशरफ ने यूनानी चिकित्सा पद्धति में उपलब्ध हेपेटाइटिस के उपचार पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने यूनानी चिकित्सा का अध्ययन कर रहे छात्रों से कहा कि वह इस पर और अधिक शोध कार्य करें। तहाफ्फुजी व समाजी तिब विभाग के अध्यक्ष प्रो. एसएम सफदर अशरफ ने कहा कि उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार देश में करीब पांच करोड़ लोग क्रानिक हेपेटाइटिस से पीड़ित हैं। कहा कि मौजूदा समय में विश्व भर में करीब 40 करोड़ लोग हेपेटाइटिस बी से संक्रामित हैं। यूनानी मेडिसन संकाय के डीन प्रो. खालिद जमा खान ने सभी का आभार जताया। कार्यक्रम में डॉ. मुहम्मद उस्मान, पीजी छात्र डॉ. कलीम, डॉ. जावेद व डॉ़ सईद, इंटर्नस शीबा, इरम, आफरीन, शमा, मुबश्शिरा व कर्मीचारी खुर्रम चौधरी, इकबाल गनी, कामिल अहमद व राजेन्द्र का योगदान रहा।