उपचार संग मरीजों से बेहतर संवाद
Aligarh News - टीबी रोगियों के उपचार के लिए शुरू हुई पहल, कई रोगी बीच में छोड़ देते दवा, बिगड़ती हालात

अलीगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। टीबी यानी क्षय रोग को हराने के लिए दवा जितनी जरूरी है, उतना ही जरूरी है मरीज और स्वास्थ्यकर्मी के बीच बेहतर संवाद। अक्सर देखा जाता है कि कई मरीज बीच में ही दवा छोड़ देते हैं, जिससे उनकी हालत और गंभीर हो जाती है। ऐसे मामलों में संक्रमण फैलने का खतरा भी बढ़ जाता है। इसी चुनौती को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एक नई पहल शुरू की है, जिसमें उपचार के साथ-साथ संवाद पर भी बराबर जोर दिया जाएगा। जनपद में करीब 300 मरीज ऐसे हैं जो एमडीआर (मल्टी ड्रग रेजिस्टेंट) दवाओं से इलाज ले रहे हैं।
यह वे रोगी हैं जिनकी बीमारी सामान्य दवाओं से ठीक नहीं हो पाई। ऐसे मरीजों में निरंतरता और धैर्य सबसे अहम है। यदि वे बीच में दवा छोड़ते हैं तो बीमारी और भी जटिल हो जाती है। अब स्वास्थ्यकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि वे मरीजों से मित्रवत तरीके से बातचीत कर उन्हें बीमारी की गंभीरता समझा सकें। संवाद के दौरान उन्हें दवा समय पर खाने, खानपान में सावधानी और इलाज के पूरे कोर्स को पूरा करने की महत्ता बताई जाएगी। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. राहुल शर्मा ने बताया कि मरीजों को समझाकर ही उन्हें लंबे इलाज की राह पर टिकाया जा सकता है। इस पहल से उम्मीद है कि मरीज दवा बीच में छोड़ने के बजाय नियमित सेवन करेंगे और बीमारी से पूरी तरह उबर पाएंगे।
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