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अलीगढ़ में 12 हजार रुपये में मकान गिरवी रखकर दिव्यांग महिला ने बेटे को छुड़ाया

सासनीगेट थाना क्षेत्र के मोहल्ला सराय भूकी से क्रिकेट खेलने गए एक किशोर को दरोगा ने जुआ खेलने के शक में उठा लिया। इतना ही नहीं उसे छोड़ने के एवज में 12 हजार रुपये की मांग कर...

अलीगढ़ में 12 हजार रुपये में मकान गिरवी रखकर दिव्यांग महिला ने बेटे को छुड़ाया
हिन्दुस्तान टीम,अलीगढ़Fri, 08 Jun 2018 06:33 PM
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सासनीगेट थाना क्षेत्र के मोहल्ला सराय भूकी से क्रिकेट खेलने गए एक किशोर को दरोगा ने जुआ खेलने के शक में उठा लिया। इतना ही नहीं उसे छोड़ने के एवज में 12 हजार रुपये की मांग कर दी। बेटे की खातिर दिव्यांग महिला ने अपने मकान को महज 12 हजार रुपये में गिरवीं रख दिया और दरोगा को रुपये दे दिए। रकम पूरी मिलने के बाद दरोगा ने थाने से किशोर को छोड़ दिया। गुरुवार को पूर्व मेयर के साथ एसपी क्राइम से मिली महिला ने न्याय की गुहार लगाई है। एसपी क्राइम को दिए गए प्रार्थना पत्र में सराय भूकी निवास विमलेश पत्नी स्वर्गीय नेकराम ने कहा है कि उनका 16 वर्षीय बेटा बीते शुक्रवार को घर से महेश्वरी इंटर कॉलेज में बच्चों के साथ क्रिकेट खेलने गया था। वहां पर कुछ लोग पहले से ही जुआ खेल रहे थे। इसी बीच विमलेश का बेटा भी वहां जाकर खड़ा हो गया। आरोप है कि इसी दौरान थाने के एक दरोगा वहां पहुंच गया और बेटे को पकड़ लिया। इसके बाद उसे थाने ले गए। रात को विमलेश के पास बेटे के थाने में बंद होने का फोन कर दिया। इस पर विमलेश थाने पहुंची और बेटे को छोड़ने की गुहार लगाई। दरोगा का दिल नहीं पसीजा और पीड़िता से 12 हजार रुपये की मांग कर दी। बेटे की खातिर विमलेश ने कई लोगों से रुपये उधार मांगे, लेकिन रुपये नहीं मिल सके। इंतजाम न होने पर विमलेश ने इलाके के ही एक ठेकेदार को 12 हजार रुपये में अपना मकान गिरवी रख दिया और 12 हजार रुपये दरोगा को दिए। रुपये मिलने के बाद दरोगा ने अगले दिन किशोर को थाने से छोड़ दिया। मदद न मिलने पर विमलेश ने पूर्व मेयर शकुंतला भारती से संपर्क किया। गुरुवार को उन्होंने मामले की शिकायत एसपी क्राइम आशुतोष द्विवेदी से की है। उन्होंने सीओ प्रथम विशाल पांडेय को पूरे प्रकरण की जांच सौंपी है।

शाम को दरोगा ने लौटाई रकम

मामला जब मीडिया और पुलिस अधिकारियों तक पहुंचा तो दरोगा के होश उड़ गए। दरोगा आनन-फानन में पीड़ित परिवार से मिला और शाम को लिए गए रुपये वापस करने का हवाला दिया। देर शाम दरोगा ने पीड़ित परिवार को रुपये वापस कर दिए। सीओ प्रथम विशाल पांडेय ने पीड़िता को दरोगा के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।

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