भारत में कोरोना वैक्सीन के आपात इस्तेमाल को मंजूरी मिल गई, जिसके साथ ही कोरोना संक्रमण जूझ रहे अलीगढ़ के लिए अच्छी खबर आई है। केंद्र सरकार की गाइड लाइन के अनुसार कोविड का टीका सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों को लगाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों की माने तो जिले में 14 हजार स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाया जाएगा। इसके बाद अगले चरण में फ्रंट लाइन वर्करों को टीका लगाया जाएगा।
मार्च माह में कोरोना संक्रमण ने देश में पैर पसारना शुरू किया था। अलीगढ़ जिले में अप्रैल माह में संक्रमण की शुरूआत हुई। जिसके बाद से संख्या 11 हजार से अधिक पहुंच चुकी है। कोरोना संक्रमण ने आम से लेकर खास को आर्थिक, शारीरिक और मानसिक रूप से चोट पहुंचाने का कार्य किया है। जिसमें जिले के सौ से अधिक डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ संक्रमित हो चुके हैं। इस संक्रमण से स्वास्थ्य विभाग के दो एसीएमओ और बड़े अधिकारी संक्रमित हुए। कोविड सैंपलिंग प्रभारी भी कोरोना संक्रमण से अछूते नहीं रहे। ऐसे में सरकार ने पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाने का निर्णय लिया। जिसके लिए सरकार ने कोविन पोर्टल पर स्वास्थ्य कर्मियों और पैरामेडिकल स्टाफ जानकारी अपलोड करने के निर्देश दिए गए। इस पोर्टल पर सभी जिलों से सरकारी, प्राइवेट अस्पताल, क्लीनिक व लैब के साथ ही आशा-संगीनी और बाल विकास विभाग का आंगनबाड़ी-सहायिका का डाटा फीड करना है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. दुर्गेश कुमार की देखरेख में विभागीय बाबू शरद गुप्ता और आपरेटर ने लगभग 13,852 स्वास्थ्य कर्मियों का डाटा अपलोड कर दिया है।
559 अस्पातल-क्लीनिक व लैब पंजीकृत
अलीगढ़ जिले में कुल 559 अस्पताल, क्लीनिक, नर्सिंगहोम, पैथोलॉजी लैब और डायग्नोस्टिक सेंटर स्वास्थ्य विभाग में पंजीकृत हैं। इन सभी से विभाग ने चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य स्टाफ की सूची मांगी थी। जिसमें से मात्र 414 अस्पताल, क्लीनिक, नर्सिंगहोम, पैथोलॉजी लैब और डायग्नोस्टिक सेंटर ने सूची मुहैया कराई है। जिसमें करीब कुल 2800 स्टाफ है। इसके अलावा 145 अस्पातल, क्लीनिक, नर्सिंगोम, पैथोलॉजी लैब ने सूची नहीं उपलब्ध कराई है। ऐसे में विभाग इन्हें नोटिस जारी कर लाइसेंस निरस्त करने की फिराक में है।
सरकारी अस्पताल 75 स्टाफ 2700
प्राइवे अस्पताल 414 स्टाफ 2800
आशा कार्यकत्री-संगीनी 3223
आंगनबाड़ी-सहायिका 5129
केंद्र और प्रदेश सरकार की गाइड लाइन के अनुसार पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों कोविड का टीका लगाया जाना है। जिले में कोरोना वैक्सीन रखने के लिए जहां शासन ने तीन आईएलआर उपलब्ध कराए है। वहीं विभाग ने 400 वैक्सीनेटर को चिन्हित कर लिया है। पहले चरण में 1400 कर्मियों का डाटा पोर्टल पर फीड कर लिया गया है।
- डॉ. बीपी सिंह, सीएमओ
टीकाकरण की सीसीटीवी से होगी निगरानी
अलीगढ़ में कोरोना महामारी से बचाव के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को लगने वाला टीका तीसरी आंख के पहरे में की जाएगी। टीकाकरण के जिले में सीएचसी और अर्बन पीएचसी को मिलाकर 36 बूथ बनाए जाएंगे। जहां सीसीटीवी से वैक्सीनेशन पर नजर रखी जाएगी। वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी। प्रदेश सरकार खुद एक-एक वैक्सीन का हिसाब रखेगी। इसलिए वैक्सीन के भंडारण से लेकर वितरण परिवहन व लगाने तक की सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ भानु प्रताप सिंह ने बताया कि तीनों जिला स्तरीय अस्पताल, 13 सीएचसी, 18 अर्बन पीएचसी व दो अन्य स्थानों पर स्थानों पर बूथ बनाए जाएंगे। जहां पर वैक्सीन लगाने की व्यवस्था होगी प्रत्येक बूथ की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी। सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे। जैसे ही किसी भी हेल्थ वर्कर को वैक्सीन लगेगी, उसका डेटा कोविंड पोर्टल पर अपलोड हो जाएगा। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ दुर्गेश कुमार ने बताया कि जनपद में वैक्सीन कोल्ड चेन तैयार है। क