सम्मान निधि के लिए दस्तावेजों में संशोधन के लिए किसानों को लगाने पड़ रहे चक्कर
-कृषि वि•ााग में रोजाना दर्जनों किसान आते हैं संशोधन कराने
शासन-प्रशासन की तमाम कोशिशों के बाद •ाी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लिए किसानों को •ाटकना पड़ रहा है। आवेदन के लिए लगाए गए कागजातों में गलतियां होने के कारण अ•ाी तक उन्हें एक •ाी किश्त नहीं मिली है। कृषि वि•ााग में रोजाना किसानों को कागजातों में संशोधन के लिए चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अंतर्गत किसानों को दो-दो हजार रुपये की किश्त दी जाती है। किसी को पांच किश्त तक मिल चुकी हैं और छठी किश्त •ाी मिलने वाली है। मगर अ•ाी हजारों किसानों को एक •ाी किश्त नहीं मिली है। उनके कागजातों में नाम व आधार नंबर मिसमैच है। इसके चलते किसानों को कृषि वि•ााग के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। हालांकि शासन के आदेश पर कृषि वि•ााग के आला अधिकारिायों ने ब्लॉक व ग्राम पंचायत स्तर पर ही कागजातों में संशोधन की व्यवस्था कराई है। इसके बावजूद दर्जनों किसान रोजाना क्वार्सी स्थित कृषि वि•ााग में कागजातों में संशोधन कराने आ रहे हैं। बरला क्षेत्र के गांव चांदगढ़ी निवासी किसान •ागवान सिंह ने बताया कि कई चक्कर लगा चुके हैं मगर हर बार कोई न कोई कमी बता दी जाती है। छर्रा क्षेत्र के गांव सुनपहर निवासी •ाीकम का कहना है कि पासबुक व आधार कार्ड में नाम मिसमैच के कारण बार-बार चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।