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एएमयू ने मौतों को लेकर दिया जवाब

एएमयू ने मौतों को लेकर दिया जवाब, वाब -कहा, 18 प्रोफेसर की मौत, 11 जेएनएमसी व तीन निजी अस्पातल और चार की शहर के बाहर खत्म हुएि कार्यालय संवाददाता। अलीगढ़। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ने बीते दिनों...

एएमयू ने मौतों को लेकर दिया जवाब
हिन्दुस्तान टीम,अलीगढ़Tue, 11 May 2021 03:30 AM
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अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ने बीते दिनों में विश्वविद्यालय से जुड़ी मौतों को लेकर अपना पक्ष साफ किया है। एएमयू के अनुसार कोविड की दूसरी लहर के बाद एएमयू में 18 शिक्षकों की मृत्यु हुई है। जिनमें से 15 कोविड या संदिग्ध कोविड मरीज थे। तीन शिक्षकों की मृत्यु ब्रेन ट्यूबरकुलोसिस और लिवर की बीमारी जैसे गैर-कोविड कारणों से हुई है। इसके अलावा, 15 कोविड या संदिग्ध कोविड मृत्यु में भी चार अलीगढ़ के बाहर हुई हैं।

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक और प्रिंसिपल, जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालेज, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, प्रोफेसर शाहिद अली सिद्दीकी ने अमुवि में अब तक हुई शिक्षकों की मौत से सम्बंधित सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे आंकड़ों का खंडन किया है। कोविड-19 की दूसरी लहर की शुरुआत के साथ, 18 सेवारत शिक्षक दुर्भाग्य से मृत्यु को प्राप्त हुए हैं जिन में से 11 का निधन जेएनएमसी में हुआ, 03 अलीगढ़ के निजी अस्पतालों में और 04 की मृत्यु अलीगढ़ के बाहर हुई है। प्रोफेसर सिद्दीकी ने स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पोस्टों में यह भी गलत उल्लेख किया गया है कि पिछले एक महीने में जिन सेवानिवृत्त फैकल्टी सदस्यों की मृत्यु हुई है, उनका जेएनएमसी में इलाज चल रहा था। हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि इनमें से कई रिटायर्ड शिक्षक अपनी मृत्यु के समय अलीगढ़ में नहीं थे। जेएनएमसी प्रशासन और उसके डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की टीम 24 घंटे अपनी क्षमता के अनुसार काम कर रही है और हमारे कई स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी सेवायें देते हुए कोरोनावायरस से संक्रमित हुए हैं। हम सभी संबंधित विशेषकर एएमयू के कर्मचारियों को सर्वोच्च प्राथमिकता पर जल्द से जल्द टीकाकरण करवाने के लिए प्रेरित करते हैं क्योंकि टीका लगवाए हुए लोगों में मृत्यु की घटना बहुत कम है। जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज भी एक निर्दिष्ट टीकाकरण केंद्र है और हम सभी से कोविड सांगत व्यवहार और सामाजिक दूरी का पालन करने का आग्रह करते हैं। हम सभी मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने अलीगढ़ में किसी नए कोविड वेरिएंट कि आशंका से जेएनएमसी लैब द्वारा एकत्रित नमूनों की जांच के लिए आईसीएमआर से भी संपर्क किया है, जिससे संभवतः बीमारी की गंभीरता में बढ़ोत्तरी हुई है।

जिन प्रोफेसरों का निधन हुआ उनको वैक्सीन लगी थी नहीं

अलीगढ़। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. पुष्पेन्द्र पचौरी ने एएमयू के 40 से अधिक प्रोफेसर, रिटायर्ड प्रोफेसर, व कर्मचारियों की मौत को लेकर बड़ा सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि इतनी संख्या में प्रोफेसरों का दुनिया छोड़कर जाना बौद्धिक जगत की अपूर्णीय क्षति है। जिसकी पूर्ति नहीं की जा सकती है। यह जांच का विषय है कि जिनका निधन हुआ है कि उन्हें वैक्सीन लगी थी कि नहीं ,नहीं लगी थी तो क्यों नहीं लगी?अगर लगी होती तो शायद इतनी जनहानि नहीं होती।

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