200 किमी का सफर तय कर महिला ने दिया पांचवे पुत्र को जन्म, सिकन्दराराऊ में पैदा हुआ तो नाम रखा सिकन्दर
लगभग दो माह से मजदूरी नहीं मिलने के कारण भूख का कहर झेल रही गर्भवती महिला अपने पति व चार बच्चों के साथ हरियाणा के फरीदाबाद से उत्तर प्रदेश के जनपद हरदोई जाने के लिये 8 मई को लोडर से चले दम्पति ने...
लगभग दो माह से मजदूरी नहीं मिलने के कारण भूख का कहर झेल रही गर्भवती महिला अपने पति व चार बच्चों के साथ हरियाणा से उत्तर प्रदेश के जनपद हरदोई जाने के लिये 8 मई को लोडर से चले दम्पति ने 200 किमी का सफर तय करने के बाद मंगलवार की एक सुबह महिला ने एक पुत्र को जन्म दिया। वहीं नवजात के पिता सुलेमान ने बताया कि सिकंदराराऊ में पैदा हुये पुत्र का नाम सिकंदर रखा जायेगा। घटना की जानकारी मिलते ही नगर के समाज सेवी विपिन वाष्र्णेय ने दम्पति को उसके आवास तक छोड़ने के लिये अपने निजी वाहन को भेजा। वहीं कोतवाली पुलिस ने जच्चा- बच्चा के खर्च के लिये दम्पति को साढ़े पांच हज़ार रुपये।
सुलेमान पुत्र अलीजान निवासी गांव कुतवापुर थाना मल्लवा जनपद हरदोई हरियाणा में अपनी पत्नी शबाना के साथ वहां पर मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करता था। गत माह कोरोना वायरस महामारी के चलते लगातार लग रहे लॉकडाउन को लेकर रोजगार खत्म होने के कारण उसके आगे अपने चार बच्चों को पालने की समस्या खड़ी हो गयी। वहीं जो कुछ उसके पास मौजूद था वह उसने लॉकडाउन ना खुलने के चलते खर्च कर लिया। धीरे-धीरे उसके सामने भरण-पोषण की समस्या हो गई। इसके बाद अपने लोडर से वह 9 माह की गर्भवती पत्नी शबाना व बच्चों को लेकर घर लौट रहा था। तभी सोमवार की रात चौथे दिन सिकंदराराऊ से निकल कर एटा मार्ग स्थित एक होटल पर रूकने के दौरान प्रसव पीड़ा हुई। इसी दौरान एटा रोड पर गश्त कर रहे पुलिस कर्मियों को घटना की जानकारी हुई तो उन्होनें एम्बुलेंस को बुला लिया और महिला को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र पर रात 11 बजे भर्ती कराया गया। उसके बाद मंगलवार सुबह साढ़े चार बजे शबाना ने एक स्वस्थ पुत्र को जन्म दिया। बच्चा के जन्म के बाद डॉक्टरों द्वारा महिला को छूटटी देने के बाद उसके घर तक पहुंचाने के लिये व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष विपिन वाष्र्णेय ने निजी वाहन का इंतजाम किया। वहीं कोतवाली प्रभारी द्वारा रास्ते में खर्च के लिये दम्पति को साढ़े पांच हज़ार रुपये दिए।