एक युवक को एक साथ दो कश्तियों पर सवारी करना भारी पड़ गया। प्रेमिका से विवाह के आगे जब जाति का बंधन आड़े आया तो परिजनों ने लड़के को दूसरी जगह ब्याह दिया। इसके बाद युवक और युवती ने चुपके से आर्य समाज मंदिर में शादी करके अपना घर बसा लिया। जब युवक की पहली पत्नी को इस बारे में पता चला तो उसने हंगामा कर दिया और पति को सिरसागंज पुलिस से पकड़वाकर स्वयं परिजनों सहित आ गई। अब थाने में दूसरी पत्नी और लड़के के परिजनों का इंतजार हो रहा है।
अरुण पुत्र राम शंकर निवासी मेवाती टोला इटावा दिल्ली में किसी कंपनी में कार्यरत है। उसका प्रेम प्रसंग दिल्ली में उसके ऑफिस में ही काम करने वाली भोपाल निवासी युवती से चल रहा था। युवक ने नीलम से शादी करने की इच्छा जब परिजनों के सामने जाहिर की तो परिजनों ने नीलम को दूसरी जाति का बताते हुए संबंध करने से इनकार कर दिया। इसके बाद घरवालों ने अपने लडके की शादी सिरसागंज के निकटवर्ती ग्राम ऊमरी निवासी अर्चना पुत्री जंग बहादुर सिंह से कर दी। शादी के बाद युवक अपनी पत्नी के साथ अक्सर गाली गलौज करता था। पति के व्यवहार से अर्चना को शक हुआ तो उसने ससुराल में पड़ताल की तो उसे कहीं से पति की कार गुजारियों के बारे में पता चला। उसे यह भी पता चल चुका था कि उसके पति ने चुपके से दूसरी शादी कर ली है।
इसके बाद वह मायके आ गई और अपने पिता को सारे मामले से अवगत कराया। इसके बाद युवती के पिता तहकीकात करने के लिए भोपाल गये और उन्हें वहां से दोनों का मैरिज सर्टिफिकेट मिल गया। जिस पर दोनों के शादी करने की बात पुख्ता हो गई। इसके बाद जब पति उससे मिलने मायके आया तो पहले से ही तैयार बैठी अर्चना ने पुलिस को सूचना देकर उसे पकड़वा दिया। थाने में युवती और युवती के परिजन आ गये है। अब उसकी दूसरी पत्नी और लड़के के परिजनों का थाने में इंतजार हो रहा है उसी के बाद कोई कार्यवाही की जायेगी।
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