वैक्सीन: दूसरी डोज लेने में लापरवाह आगरा
आगरा। कोविड वैक्सीन की दोनों खुराक किसी भी नए वैरिएंट से लड़ने में सक्षम हैं। इसके बाद भी आगरा के लोग दोनों खुराक लेने से परहेज कर रहे हैं। अभी तक...

आगरा। कोविड वैक्सीन की दोनों खुराक किसी भी नए वैरिएंट से लड़ने में सक्षम हैं। इसके बाद भी आगरा के लोग दोनों खुराक लेने से परहेज कर रहे हैं। अभी तक जितने लोगों ने पहली खुराक ली है। उनमें से ठीक 50 प्रतिशत लोगों को दूसरी डोज नहीं लग पाई है।
ताजनगरी में अब कोविड के नए मामले सामने आने लगे हैं। इनमें नया वैरिएंट है या नहीं, पता नहीं चल सका है। आने वाले दिनों में संक्रमण बढ़ने का खतरा है। वायरस से बचने के लिए वैक्सीन की दोनों खुराक लेना बहुत जरूरी है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक जिले में अब तक 40 लाख खुराकें लगाई जा चुकी हैं। इनमें से 26.69 लाख लोगों को पहली खुराक लगाई गई है। जबकि 13.49 लोगों ने ही दूसरी खुराक लगवाई है। यह पहली खुराक लेने वालों का लगभग 50 प्रतिशत है। करीब 13 लाख लोगों को दूसरी खुराक लेनी है। यह बहुत बड़ा अंतर है। मान लीजिए कि इसमें करीब चार लाख लोग तीन महीने के अंतर वाले नियम के कारण खुराक नहीं ले पाए हैं। फिर भी करीब नौ लाख लोगों को दोनों डोज लग जानी चाहिए थीं। स्वास्थ्य विभाग की चिंता का यही बड़ा कारण है। ऐसे में संक्रमण फैलने पर रोकना बहुत मुश्किल होगा।
तबीयत खराब होने का डर
तमाम लोगों को पहली खुराक के बाद कुछ दिन अच्छा अनुभव नहीं हुआ। वैक्सीन के असर शुरू होने पर बुखार, शरीर दर्द या अन्य तरह की दिक्कतें देखी गईं। हालांकि बाद में सब ठीक हो गया। इसीलिए पहली खुराक लेने वाले अब दूसरी के लिए सोच-विचार कर रहे हैं। कुछ लोगों की गलतफहमी है कि अभी शरीर में जितनी एंटीबाडी हैं, उनसे बचाव हो जाएगा।
एक महीना बहुत महत्वपूर्ण
जानकारों की मानें तो दिसंबर के आखिरी दिनों से संक्रमण रफ्तार पकड़ सकता है। जनवरी में अधिक मामले सामने आ सकते हैं। इस लिहाज से देखा जाए तो एक महीना बहुत महत्वपूर्ण है। इस समयावधि में अगर दूसरी खुराक से छूटे अधिक से अधिक लाभार्थी टीका लगवा लें तो बड़ी राहत मिल सकती है। हालांकि इतने दिनों में सभी को टीका लगना मुश्किल है।
किसी भी केंद्र पर लगवाएं
स्वास्थ्य विभाग ने टीकाकरण के नियमों में भी बहुत पहले परिवर्तन कर दिया है। इसके मुताबिक पहली या दूसरी खुराक लोग अपनी सुविधा के मुताबिक लगवा सकते हैं। दूसरे शहर में होने पर भी दूसरी खुराक लगवाई जा सकती है। सिर्फ पहली खुराक का प्रमाण दिखाना होगा। आगरा में कोवैक्सीन सिर्फ एसएनएमसी में लगाई जा रही है। दूसरी खुराक भी यहीं लगेगी।
7.27 लाख का लक्ष्य शेष
विभाग ने 18 साल से अधिक उम्र की 31.20 लाख आबादी को टीका लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया था। इसे बढ़ाकर 33,97,078 किया गया। जबकि अभी तक 26,22,836 लोगों को पहली खुराक लग पाई है। इस लिहाज से अभी 7,27,747 लाभार्थियों को पहली खुराक लगाने का लक्ष्य शेष है। इस लिहाज से टीकाकरण फरवरी या मार्च तक भी खिंच सकता है।
-हम लगातार लोगों को दोनों खुराक लगवाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। रफ्तार बढ़ाने के लिए जिले के 400 से अधिक केंद्रों पर टीकाकरण की व्यवस्था की गई है। किसी को अधिक दूर जाने की जरूरत नहीं है। मोबाइल कैंप भी लगाए जा रहे हैं। लोगों को चाहिए कि दोनों डोज लेकर खुद सुरक्षित रहें और विभाग का सहयोग करें।
डा. संजीव वर्मन, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी।
