यूपी बार काउंसिल की अध्यक्ष दरवेश यादव की गोली मारकर हत्या
ताजनगरी में बुधवार को दिन दहाड़े बड़ी वारदात हुई। दीवानी परिसर में उत्तर प्रदेश बार काउंसिल अध्यक्ष दरवेश यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दरवेश को तीन गोली मारी गईं। साथी अधिवक्ता मनीष बाबू...
ताजनगरी में बुधवार को दिन दहाड़े बड़ी वारदात हुई। दीवानी परिसर में उत्तर प्रदेश बार काउंसिल अध्यक्ष दरवेश यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दरवेश को तीन गोली मारी गईं। साथी अधिवक्ता मनीष बाबू शर्मा ने अपने लाइसेंसी रिवाल्वर से दरवेश पर गोलियां बरसाने के बाद खुद को भी गोली मार ली। उसका एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। गोलीकांड की घटना के बाद दीवानी परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया। बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स यहां तैनात कर दिया गया है।
बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने यूपी बार काउंसिल की अध्यक्ष दरवेश यादव की हत्या की निंदा की है। साथ ही काउंसिल ने अपने सदस्यों के लिए सुरक्षा और यूपी सरकार से उनके परिवार को न्यूनतम 50 लाख रुपये का मुआवजा देने की भी मांग की।
Bar Council of India condemns the murder of President of UP Bar Council Darvesh Yadav, demands security for its members, and minimum compensation of Rs 50 lakh from UP govt to her family. https://t.co/44z4ER2Gg2
— ANI UP (@ANINewsUP) June 12, 2019
ये है मामला
उप्र बार काउंसिल की अध्यक्ष चुने जाने के बाद दरवेश यादव का दीवानी परिसर में साथी अधिवक्ताओं द्वारा स्वागत समारोह आयोजित किया गया था। वकीलों ने विजय जुलूस निकाला। दोपहर करीब तीन बजे खुशियां मनाकर लौटने के बाद वह अधिवक्ता अरविंद मिश्रा के चैंबर में आईं। इसी दौरान साथी अधिवक्ता मनीष शर्मा से किसी बात को लेकर उनका विवाद हो गया। बात इतनी बढ़ी कि अधिवक्ता मनीष शर्मा ने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से दरवेश यादव को दनादन तीन गोली मारीं। इसके तत्काल बाद मनीष ने खुद को भी गोली मार ली। फायरिंग से दीवानी परिसर में अफरा-तफरी फैल गई। दरवेश को तत्काल समीपवर्ती पुष्पांजलि अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इधर, मनीष बाबू शर्मा को लोटस अस्पताल में उपचार के लिए ले जाया गया। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
दो दिन पहले ही बनी थीं अध्यक्ष
उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के चुनाव में अध्यक्ष पद का चुनाव जीतकर दरवेश यादव ने वकीलों की राजनीति में बड़ा मुकाम बनाया था। दो दिन पहले ही उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की वह अध्यक्ष निर्वाचित हुई थीं। यूपी बार काउंसिल के इतिहास में वे पहली महिला अध्यक्ष बनी थीं। यूपी बार काउंसिल के प्रयागराज में हुए चुनाव में दरवेश यादव और हरिशंकर सिंह को बराबर 12-12 वोट मिले। दरवेश यादव के नाम एक रिकॉर्ड यह भी था कि बार काउंसिल के 24 सदस्यों में वे अकेली महिला थीं। बार चुनाव मैदान में कुल 298 प्रत्याशी थे।
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कौन थीं दरवेश सिंह
दरवेश सिंह मूल रूप से एटा की रहने वाली थीं। साधारण किसान परिवार में जन्मीं दरवेश वर्ष 2016 में बार काउंसिल की उपाध्यक्ष और 2017 में कार्यकारी अध्यक्ष भी चुनी गई थीं। वे पहली बार 2012 में सदस्य पद पर विजयी हुई थीं। तभी से बार काउंसिल में सक्रिय रहीं। उन्होंने आगरा कॉलेज से विधि स्नातक की डिग्री हासिल की। डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय (आगरा विश्वविद्यालय) से एलएलएम किया। उन्होंने 2004 में वकालत शुरू की। उनके हमलावर मनीष बाबू शर्मा के साथ घनिष्ठ रिश्ते थे।