गिरिमिटिया मजदूरों की यात्रा होगी कांफ्रेंस में बयां
Agra News - केंद्रीय हिन्दी संस्थान में गिरमिटिया मजदूरों के साहित्य और उनकी संवेदनाओं पर दो दिवसीय कांफ्रेंस शुरू होगी। यह कांफ्रेंस ‘गिरमिटिया प्रवासी हिन्दी साहित्य : दशा और दिशा’ विषय पर आयोजित की जा रही है,...

केंद्रीय हिन्दी संस्थान में भारतवंशी गिरमिटिया मजदूरों की संवेदना और उनके साहित्य पर बात होगी। संस्थान में गुरुवार से दो दिवसीय कांफ्रेंस का आयोजन किया जाएगा। 21 फरवरी तक चलने वाली कांफ्रेंस ‘गिरमिटिया प्रवासी हिन्दी साहित्य : दशा और दिशा विषय पर आयोजित की जाएगी। संस्थान के निदेशक डॉ. सुनील कुलकर्णी के अनुसार आज इस बात की आवश्यकता है कि न सिर्फ प्रवासी साहित्यकारों द्वारा सृजित हिन्दी साहित्य को हिन्दी साहित्य इतिहास में शामिल कर उसका सम्यक अध्ययन किया जाए। साथ ही अनछुए पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की जाए। गिरमिटिया प्रवासियों और उनके वंशजों के समर्पण और साहस को भारत में यथोचित सम्मान दिलाया जाए। इसी भावना के साथ संस्थान कांफ्रेंस का आयोजन कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय हिन्दी शिक्षण विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. जोगेन्द्र सिंह मीणा कॉफ्रेंस को आयोजित करा रहे हैं। इसका समन्वयन डॉ. पुरुषोत्तम पाटील और डॉ. रेणु चौधरी कर रही हैं। उद्घाटन सत्र में साहित्य अकादमी दिल्ली के सदस्य डॉ. नरेंद्र पाठक, विश्व हिन्दी सचिवालय मारीशस की महासचिव प्रो. माधुरी रामधारी मौजूद रहेंगी। संगोष्ठी में लेखिका डॉ. दीप्ति अग्रवाल द्वारा गिरमिटिया प्रवासी साहित्य से संबंधित पोस्टर प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
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