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आगरा में आज डॉक्टर हड़ताल पर, इलाज बंद, बिगड़े हालात

नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) के विरोध में मंगलवार को देश भर के चिकित्सक हड़ताल पर चले गए। आगरा के सभी निजी चिकित्सकों ने भी हड़ताल...

आगरा में आज डॉक्टर हड़ताल पर, इलाज बंद, बिगड़े हालात
हिन्दुस्तान टीम,आगराTue, 02 Jan 2018 07:03 PM
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नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) के विरोध में मंगलवार को देश भर के चिकित्सक हड़ताल पर चले गए। आगरा के सभी निजी चिकित्सकों ने भी हड़ताल रखी। सुबह से ही अस्पतालों और क्लीनिक में ओपीडी बंद रखीं। गेट के बाहर ‘नो एनएमसी के बैनर लगाकर काला दिवस मनाया।

उधर, हड़ताल से चिकित्सा सेवाएं चरमरा गईं। मरीज इधर-उधर दौड़ते नजर आए। हड़ताल के चलते एसएन मेडिकल कॉलेज व अन्य सरकारी अस्पतालों में भीड़ बढ़ गई। आईएमए के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुधीर धाकरे का कहना है कि सरकार मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) को भंग कर नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) लाना चाहती है। अभी तक मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया में चिकित्सा पेशे से जुड़े अधिकारी पहुंचते हैं, मगर एनएमसी में ब्यूरोक्रेट्स हावी रहेगा। चिकित्सा पेश से जुड़े मुद्दों पर इसी वर्ग से जुड़े अधिकारी बेहतर फैसला ले सकते हैं। वहीं निजी मेडिकल कॉलेजों को इससे फायदा पहुंचाने की भी तैयारी है। इसी को लेकर देश भर का डॉक्टर एनएमसी का विरोध कर रहा है।

पूर्व में केंद्र सरकार ने देश भर से चिकित्सों से सुझाव भी मांगे थे, जिसमें 95 फीसदी से अधिक चिकित्सकों ने इसके विरोध में सुझाव दिए थे, इसके बावजूद इसे लागू किए जाने की तैयारी है।

ताजनगरी में चरमराई चिकित्सा सेवाएं

ताजनगरी में निजी चिकित्सकों के हड़ताल पर रहने से चिकित्सा सेवाएं चरमरा गई। सभी जगह ओपीडी सेवा बंद होने के कारण मरीज भटकते नजर आए। एक निजी अस्पताल में तो मरीज की हालत अधिक बिगड़ने के कारण उसे दिल्ली भी रेफर करना पड़ा।

एसएन, जिला अस्पताल में भीड़

एसएन और जिला अस्पताल में मरीजों की भीड़ बढ़ गई। निजी अस्पतालों में मरीज न आने से दोनों जगह मरीज डायवर्ट हुए। वहीं पहले से एसएन और जिला अस्पताल में चिकित्सकों के छुट्टी पर रहने से हालात यहां भी बिगड़ते नजर आए। हालांकि शासन, प्रशासन ने सरकारी अस्पतालों में अलर्ट जारी कर दिया था। रात में ही कई चिकित्सकों को छुट्टी से वापस बुला लिया गया।

आईएमए भवन में हुई मीटिंग

शहर भर के चिकित्सक तोता का ताल स्थित आईएमए भवन में इकट्ठा हुए। एनएमसी के विरोध में केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। आईएमए प्रदेश इकाई के ज्वाइंट सेकेट्री डॉ. रविंद्र भदौरिया का कहना है कि प्रदेश और केंद्र आईएमए इकाई के आह्वान पर आगे की रणनीति बनाई जाएगी। आईएमए आगरा अध्यक्ष डॉ. रवि मोहन पचौरी और सचिव डॉ. ओपी यादव का कहना है कि किसी भी सूरत में एनएमसी को लागू नहीं होने देंगे।

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