घर-आंगन में दप-दप दीप जले.....
आगरा। आगरा महानगर लेखिका समिति की ओर से ऑनलाइन काव्य-गोष्ठी का आयोजन रविवार को किया गया। काव्य-गोष्ठी में कवयित्रियों ने ‘दीपोत्सव पर काव्य-पाठ...
आगरा। आगरा महानगर लेखिका समिति की ओर से ऑनलाइन काव्य-गोष्ठी का आयोजन रविवार को किया गया। काव्य-गोष्ठी में कवयित्रियों ने ‘दीपोत्सव पर काव्य-पाठ किया।
अध्यक्ष डॉ. रेखा कक्कड़ ने दीपोत्सव पर अपनी कविता ‘घर-आंगन सुनाते हुए कहा कि ‘घर-आंगन में दप-दप दीप जले, दीप जला मन खुशियों से भर जाए। रानी सरोज गौरिहार ने ‘दिवस ढलते ही भर गया नभ झिलमिलाते तारकों से, शांति नागर ने ‘आ गया दीपोत्सव, हम ज्ञान के दीपक जलाएं, डॉ. शैलबाला अग्रवाल ने ‘छोटे-छोटे मिट्टी के दीए, थोड़ा-थोड़ा सा तेल पीये, डॉ. शशि गोयल ने ‘मुझ पर दया करो इंसान, मंदिर में घंटे बजते हैं, मस्जिद में हो रही अजान, डॉ. मधु भारद्वाज ने रात में जगमग दीवाली दिन में सूरज की लाली स्वरचित कविताओं का पाठ किया। इसके साथ ही शशि तनेजा, डॉ. अरुणा गुप्ता, डॉ. नीलम भटनागर, डॉ. प्रभा गुप्ता, नीता दानी, विजया तिवारी, किरन शर्मा, सुधा गर्ग, शैल अग्रवाल, डॉ. माधवी कुलश्रेष्ठ, मंजरी अग्रवाल, डॉ. राखी अस्थाना आदि ने भी काव्य पाठ किया।