तीखा हमला: शंकराचार्य बोले- जिस राम ने दिलाई सत्ता उस राम को भूली भाजपा
जिस राम नाम के सहारे भाजपा सत्ता में आई आज उस राम को ही भुला रही है। केंद्र में तीन वर्ष से अधिक हो गए, यूपी में भी एक वर्ष होने को आ गए लेकिन राम मंदिर का कोई रास्ता नहीं निकल सका। सरकार विवाद को...

जिस राम नाम के सहारे भाजपा सत्ता में आई आज उस राम को ही भुला रही है। केंद्र में तीन वर्ष से अधिक हो गए, यूपी में भी एक वर्ष होने को आ गए लेकिन राम मंदिर का कोई रास्ता नहीं निकल सका। सरकार विवाद को सुलझाने की जगह बढ़ा रही है। ऐसे में राम मंदिर बनने का प्रश्न नहीं उठता। प्रदेश और केंद्र सरकार पर यह आरोप बुधवार को एक कार्यक्रम में ताजनगरी आए द्वारका शारदापीठाधीश्वर एवं ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानंद सरस्वती ने लगाया।
'हिन्दुस्तान में पैदा होने से हर व्यक्ति हिन्दू नहीं'
साथ ही शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती ने रामायण एवं महाभारत की शिक्षा को पाठ्यक्रम में शामिल करने की आवश्यकता बताते हुए कहा कि हिन्दुस्तान में पैदा होने से हर व्यक्ति हिन्दू नहीं हो जाता है। शंकराचार्य ने कहा, 'केवल हिन्दुस्तान में पैदा होने से ही कोई हिन्दू नहीं हो जाता। हमें केवल संस्कृति से ही नहीं, बल्कि धर्म से हिन्दू होना चाहिए। कोई व्यक्ति यदि वेदों एवं हिन्दू धर्म के शास्त्रों को न माने तो वह हिन्दू नहीं होता है।' गौरतलब है कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने हाल में अपने एक बयान में कहा था कि हिन्दुस्तान में रहने वाला हर व्यक्ति हिन्दू है।
'पाठ्यक्रम में शामिल हों रामायण और महाभारत'
शंकराचार्य ने कहा कि रामायण और महाभारत को शिक्षा पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए। यदि आधुनिक शिक्षा के साथ पौराणिक कथाओं का ज्ञान भी कराया जायेगा तो युवाओं को पता चलेगा कि बुरा कर्म करने से उसका नतीजा भी बुरा ही निकलेगा। उन्होंने कहा, 'अगर रामायण को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा तो युवाओं को एक बड़ी शिक्षा मिलेगी।'