राम रमैया गाए जा, सच की नाव चलाए जा
आगरा। सर्वोदय चरखा मंडल की ओर से एसएन सुब्बाराव के आकस्मिक निधन पर एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। शिरोमणि भवन लता कुंज में आयोजित सभा के...
आगरा। सर्वोदय चरखा मंडल की ओर से एसएन सुब्बाराव के आकस्मिक निधन पर एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। शिरोमणि भवन लता कुंज में आयोजित सभा के दौरान रानी सरोज गौरिहार ने कहा कि वे ऐसी शख्सियत थे जिन्हें हर कोई अपना समझता था । सत्तर के दशक में जब भिंड और मुरैना में डकैतों का आतंक था। तब वे सक्रिय थे।
उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से संपर्क कर मध्यप्रदेश सरकार से वार्ता कर 300 से अधिक डाकुओं का समर्पण कराया। इतना ही नहीं सरकार से उनकी हर जायज मांग को भी पूरा कराया। यह सब सुब्बाराव के प्रयासों से ही हो पाया। इसके साथ ही शशि शिरोमणि ने कहा कि वे सभी कामों में राम को समाहित करते थे। रामधुन का शब्द 'पतित पावन' उनको बहुत प्रिय था। वह प्यार से सब को जीतने के कायल थे । इसके साथ ही सद्भावना यात्रा के दौरान उनका आगरा आगमन हुआ था। कार्यक्रम के दौरान देवेंद्र सिंह, किरण शर्मा, वत्सला प्रभाकर, सोनम, डॉ. रमेश चंद्र, ललित सत्संगी, सुबोध गोयल, अश्वनी शिरोमणि, हरीओम शर्मा, मोहन आदि ने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए अपने अनुभव साझा किए।