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नशे के बड़े सौदागरों तक नहीं पहुंच पाई पंजाब पुलिस

पंजाब पुलिस 'आगरा गैंग' के बड़े सौदागरों तक नहीं पहुंच पाई है। आरोपियों को दो बार रिमांड पर लेने के बाद भी बड़े कारोबारी पकड़ से बाहर...

नशे के बड़े सौदागरों तक नहीं पहुंच पाई पंजाब पुलिस
हिन्दुस्तान टीम,आगराThu, 06 Aug 2020 09:34 PM
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आगरा। वरिष्ठ संवाददाता

पंजाब पुलिस 'आगरा गैंग' के बड़े सौदागरों तक नहीं पहुंच पाई है। आरोपियों को दो बार रिमांड पर लेने के बाद भी बड़े कारोबारी पकड़ से बाहर हैं। करीब आधा दर्जन लोग मौका पाकर बाहरी प्रदेशों में छुप गए हैं। इसके पीछे तमाम कारण हैं। स्थानीय औषधि विभाग का असहयोग भी है।

पुलिस की पकड़ में आए पंजाब के कैरियर और सप्लायरों से पूछताछ के बाद नशे के कारोबारियों का आगरा कनेक्शन सामने आया था। अधिकतर सप्लायर आगरा के ही थे। इसीलिए इसे 'आगरा गैंग' का नाम दिया गया। गैंग के दो सदस्य और सगे भाई पुलिस की गिरफ्त में आ गए थे। यह कार्यवाही कई महीनों से चल रही थी। जैसे ही पंजाब पुलिस ने कैरियर दबोचे, नशे के सौदागरों ने खुद को समेटना शुरू कर दिया। रातोंरात गोदाम हटा लिए गए। माल को छुपा दिया गया। पकड़े गए दूसरे आरोपी और विक्की अरोड़ा ने भी कई नाम लिए थे। इनमें से एक नाम लाखन सिंह का बताया जा रहा है। इसका गोदाम संजय प्लेस में था। ड्रग विभाग ने जब छापा मारा तो यह खाली मिला। छह अन्य नाम भी थे। इस तरह पंजाब पुलिस के रडार पर आगरा के सात सौदागर थे। विक्की और उसके भाई को छोड़कर आगरा का कोई भी बड़ा खिलाड़ी अभी पकड़ में नहीं आया है। जबकि पंजाब पुलिस तीन बार आगरा आ चुकी है।

पहली बार उसने दो लोगों को उठाया था और चार को पंजाब बुलाया था। दूसरी बार पुलिस विक्की अरोड़ा के साथ आगरा आई थी। जबकि तीसरी बार मंगलवार को आई और विक्की के तीसरे गोदाम का पता चला। इस गोदाम से नशे की दवाइयां नहीं मिली हैं। खरीद-फरोख्त के कागजात भी नहीं मिले हैं।

ड्रग विभाग को नहीं होने दी खबर

पंजाब पुलिस ने आखिर ड्रग विभाग को खबर क्यों नहीं दी। कार्यवाही में अपने साथ क्यों नहीं लिया। यानि उसे विभाग पर भरोसा नहीं था। पुलिस ने आते ही विक्की अरोड़ा के दो गोदामों का पता कर लिया था। पूरी तरह संतुष्ट होने और गोदाम को सील करने के बाद ड्रग विभाग के अफसरों को बुलाया गया। तीसरी बार भी यही हुआ। विभाग को सिर्फ दवाइयों की गिनती और आंकलन करने के लिए बुलाया गया। इससे विभाग की तस्वीर साफ होती है।

ड्रग विभाग को कैसे खबर नहीं हुई

आगरा से देश भर में नशीली दवाइयों का कारोबार चल रहा है। यहां के लोग अक्सर बाहरी राज्यों में पकड़े जाते रहे हैं। कई बार ग्वालियर, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, मध्य प्रदेश की पुलिस और नारकोटिक्स टीम छापे मारती रही है। हैरत है कि इन्हीं कारोबारियों के बीच में काम करने वाले ड्रग विभाग को अभी तक कुछ पता नहीं है। विभाग ने अपने स्तर से कभी इसकी पड़ताल क्यों नहीं की। विभाग को वैध और अवैध गोदामों का पता भी नहीं चल सका।

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