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मोहन भागवत ने दयालबाग में बिताए दो घंटे

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने शनिवार को सुबह दयालबाग पहुंचे। हालांकि उनकी यहां राधास्वामी मत के गुरु प्रो प्रेम सरन सत्संगी से भेंट नहीं हो पाई पर आरएसएस और राधास्वामी सत्संगियों...

मोहन भागवत ने दयालबाग में बिताए दो घंटे
हिन्दुस्तान संवाद,आगराSat, 24 Feb 2018 01:32 PM
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राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने शनिवार को सुबह दयालबाग पहुंचे। हालांकि उनकी यहां राधास्वामी मत के गुरु प्रो प्रेम सरन सत्संगी से भेंट नहीं हो पाई पर आरएसएस और राधास्वामी सत्संगियों के बीच हिंदुत्व की डोर से जुड़ने के नए युग का उदय जरूर हुआ। संघ सुप्रीमो यहां करीब दो घंटे तक रहे और इस दौरान उन्होंने राधास्वामी मत के विचारों, क्रियाकलापों को देखने और समझने में खासी दिलचस्पी दिखाई और उन्होंने सत्संगियों को आभास कराने से नहीं चूके कि अनुशासन ही संघ और सत्संगियों के बीच बड़ी समानता है, अनुशासन से ही देश और समाज का विकास होगा।

संघ सुप्रीमो तय कार्यक्रम के तहत सुबह ठीक आठ बजे प्रेम नगर गेट पर पहुंचे। यहां राधास्वामी सत्संग सभा के अध्यक्ष प्रेम प्रशांत के साथ सत्संगियों ने पुष्प गुच्छ देकर अभिनंदन किया। संघ सुप्रीमो का काफिला प्रेम नगर में आगे बढ़ा तो उन्हें रास्ते में बताया गया कि राधास्वामी मत के गुरु परम पुरुष प्रो. पीएस सत्संगी का आवास इसी कालोनी में दायीं ओर है। 

उनका रास्ता विद्युत नगर से गुजरा तो उन्हें बताया गया कि इसमें सभी मकानों में सोलर इनर्जी से विद्युत सप्लाई होती है और जो अतिरिक्त होती है, उसे सत्संग सभा की अन्य कालोनियों को दी जाती है। संघ प्रमुख यहां बागवानी देखने पहुंचे। दयालबाग के इको फ्रेंडली वातावरण और  प्राकृतिक सौंदर्या देखकर उनका मन रोमांचित हो गया। उन्होंने यहां बने विहंगम झरने के नीचे खड़े होकर फोटो भी खिंचवाए। 

हिन्दुत्व की शाखा है राधास्वामी मत
संघ सुप्रीमो दीक्षांत समारोह भवन के सामने से डीईआई के डेरी फार्म पहुंचे और खेतों की मेड़ पर हरियाली के बीच सुकून के कुल पल बिताए। यहां राधास्वामी सत्संग सभा के अध्यक्ष प्रेम प्रशांत ने उन्हें बताया कि यह करीब 100 साल पहले टीलों का रेगिस्तान जैसा था। सत्संगियों ने मेहनत करके इसे समतल किया और इसे हरा भरा बनाया है। उन्होंने संघ सुप्रीमो से कहा कि राधास्वामी मत मूलत हिंदुत्व की शाखा है। जो कि राधा सुरत शब्द योग पर आधारित है। पातांजली योग शास्त्र पर ही सुरत शब्द कोश आधारित है। यह आध्यात्मिक क्रिया है। यही राधास्वामी मत का मूल है। उन्होंने डीईआई, गोशाला और अन्य क्रिया कलापों की जानकारी दी।

बच्चों को दिया आशीर्वाद
वह दयालबाग के खेतों पर सत्संग पहुंचे और काम कर रहे सत्संगियों से मिले। संघ प्रमुख डेरी फार्म पहुंचे और गउ संवर्धन की व्यवस्थाएं देखी। फार्म पर दयालबाग शिक्षण संस्थान के विद्यार्थियों द्वारा लगाई प्रदर्शनी देखी और उनके मॉडल्स की प्रशंसा की।
संघ सुप्रीमो काफिले के साथ सुबह करीब आठ बजे प्रेम नगर गेट से दयालबाग में दाखिल हुए। यहां राधास्वामी सत्संग सभा के अध्यक्ष प्रेम प्रशांत ने बुके देकर उनका स्वागत किया।

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